पिछले दिनों कांग्रेस आलाकमान ने दोनों नेताओं को बुलाकर बैठक की थी और कहा गया था कि सचिन पायलट और अशोक गहलोत के बीच सभी मसलों को हल कर लिया गया है। पार्टी दोनों नेताओं के नेतृत्व में आगामी विधानसभा चुनाव लड़ेगी। लेकिन पायलट का रुख इस ओर इशारा नहीं कर रहे हैं।
मायावती ने राजस्थान, छतीसगढ़, मध्य प्रदेश और तेलंगाना की बीजेपी, कांग्रेस और बीआरएस की सरकार को घेरे में लिया है। उन्होंने कहा कि इन राज्यों की सरकारों ने जनता की उम्मीदों को पूरा नहीं किया है और जनत के साथ धोखा किया है।
इस साल के अंत में प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं। इससे पहले सीएम अशोक गहलोत का यह ऐलान बड़ा मास्टरस्ट्रोक माना जा रहा है। इन चुनावों में बीजेपी और कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर मानी जा रही है। माना जा रहा है कि गहलोत के इस ऐलान से कांग्रेस बीजेपी से एक कदम आगे हो गई है।
बैठक के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कांग्रेस पार्टी के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि सभी मुद्दे सुलझा लिए गए हैं और दोनों नेता आगामी चुनाव में मिलकर चुनाव लड़ेंगे और पार्टी को एकबार फिर से सत्ता में लायेंगे।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपनी ही पार्टी के नेता सचिन पायलट पर इशारों-इशारों में निशाना साधते हुए बड़ा बयान दिया है।
अशोक गहलोत भी सचिन पायलट पर आक्रामक होने के बजाय एकजुट होकर चुनाव लड़ने की बात कर रहे हैं, जिसे सुलह का रास्ता निकालने के संकेत के रूप में देखा जा रहा है।
'इस सरकार ने भ्रष्टाचार की सारी हदें पार कर दी हैं। मुझे लगता है कि गूगल-पे जिसे जी-पे कहा जाता है, आजकल राजस्थान में जी-पे का मतलब गहलोत-पे हो गया है।
जयपुर के पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव ने कहा कि सूटकेस में मौजूद कैश को गिना गया तो यह 2.31 करोड़ रुपये निकला और सोने का वजन एक किलो था।
राजस्था सरकार की योजना सभी देवस्थान मंदिरों पर भगवा ध्वज (झंडे) फहराने की है। यहां यह बताना जरूरी है कि विपक्ष गहलोत सरकार पर हिंदू विरोधी होने का आरोप लगा रहा है।
गहलोत और पायलट के समर्थकों ने गुरुवार को AICC सचिव और राजस्थान सह-प्रभारी अमृता धवन के दौरे से पहले अजमेर में मारपीट की।
प्रदेश कांग्रेस में इस समय कई गुटों में बंटी हुई है और सचिन पायलट का गुट तो अशोक गहलोत के खिलाफ बगावती गुट अपनाए हुए है। कांग्रेस इस मुद्दे का समाधान करती उससे पहले उसे बड़ा झटका लगा है।
संयम लोढ़ा ने कहा कि वसुंधरा राजे सरकार के कार्यकाल के दौरान हुए भ्रष्टाचार के जिन मुद्दों का जिक्र पायलट कर रहे हैं, उन्हें मैंने पूरे 5 साल उठाया लेकिन तब वह या उनकी टीम का कोई आदमी हमारे साथ खड़ा नहीं हुआ।
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस के पूर्व उपमुख्यमंत्री ने अपने आप को ही ललकारा है। कांग्रेस एक दूसरे को मारने की कोशिश कर रहे हैं और कंधा हमारा इस्तेमाल कर रहे हैं।
सरकार के कार्मिक विभाग द्वारा जारी की गई सूची के मुताबिक आईएएस अधिकारी वीनू गुप्ता, डॉ सुबोध अग्रवाल, शुभ्रा सिंह, कुंजी लाल मीणा, आलोक गुप्ता, दिनेश कुमार समेत कई अधिकारियों का ट्रांसफर किया गया है।
सचिन पायलट ने अब अशोक गहलोत के खिलाफ सीधा रण छेड़ दिया है। आज जन संघर्ष यात्रा के अंतिम दिन उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने 15 दिनों में हमारी मांग नहीं मानी तो पूरे प्रदेश में आंदोलन किया जाएगा।
सचिन पायलट अपने हजारों समर्थकों के साथ मुख्यमंत्री गहलोत के खिलाफ 15 मई तक पदयात्रा पर हैं। इस बीच केंद्रीय मंत्री शेखावत ने पायलट की तारीफ करते हुए सीएम गहलोत पर निशाना साधा है।
कांग्रेस के विधायक और राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि भ्रष्टाचार से जुड़े मुद्दे और युवाओं की समस्याएं हमें प्रभावित करते हैं।
कहने को तो पायलट की ये पदयात्रा राजस्थान में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक्शन के लिए है लेकिन इस यात्रा के निशाने पर सीधे-सीधे अशोक गहलोत हैं। कर्नाटक के एग्जिट पोल में कांग्रेस की सत्ता वापसी का अनुमान लगाया जा रहा है, लेकिन राजस्थान में आपसी कलह से कांग्रेस चुनाव रिजल्ट से पहले ही बैकफुट पर है।
सचिन पायलट ने कहा कि हम जनता के बीच में जाकर उनका समर्थन ले रहे हैं और वह चाहते हैं कि राजस्थान में एक नया आगाज हो और जो भ्रष्टाचार दीमक की तरह प्रदेश को खा रहा है उससे छुटकारा मिले।
कर्नाटक के एग्जिट पोल में कांग्रेस की सत्ता वापसी का अनुमान लगाया जा रहा है, बंपर जीत के दावे किए जा रहे हैं लेकिन राजस्थान में आपसी कलह से कांग्रेस चुनाव से पहले ही बैकफुट पर है। सचिन पायलट ने सीएम अशोक गहलोत के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है।
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