पुलिस के अनुसार इस आतंकी माड्यूल के पीछे पाकिस्तान में बैठा प्रतिबंधित इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन का प्रमुख लखबीर सिंह रोडे और कासिम का हाथ है।
तालिबान की 33 सदस्यीय अंतरिम सरकार में 12 लोग ऐसे हैं जिन्हें ग्वांतानामो बे स्थित अमेरिकी जेल में कैद करके रखा गया था।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के वरिष्ठ नेता फारुख अब्दुल्ला ने उम्मीद जताई है कि अफगानिस्तान में तालिबान एक अच्छी हुकूमत चलाएंगे और लोगों से इंसाफ करेंगे। उन्होंने कहा कि तालिबान को सभी के साथ दोस्ताना रिश्ते बनाने की कोशिश करनी चाहिए।
पाकिस्तान के खिलाफ फूटा अफगानियों का गुस्सा, दरअसल पंजशीर में हुए पाकिस्तानी हमले से नाराज लोगों ने पाकिस्तान की एंबेसी के बाहर जबरदस्त नारेबाजी करते पाकिस्तान के खिलाफ अपने गुस्से का इजहार किया
तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्ला मुजाहिद ने शनिवार को कहा कि तालिबान एक ऐसी सरकार बनाने के लिये संघर्ष कर रहा है जो समावेशी और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को स्वीकार्य हो। तालिबान ने 15 अगस्त को काबुल पर काबिज होने के बाद दूसरी बार, काबुल में नयी सरकार के गठन की घोषणा स्थगित की है। मुजाहिद ने कहा, ''नयी सरकार और कैबिनेट सदस्यों के बारे में घोषणा अब अगले सप्ताह की जाएगी।''
अमेरिका से बाहर निकलने के बाद देश पर पूर्ण नियंत्रण प्राप्त करने के लिए तालिबान को बधाई देते हुए अल-कायदा ने कश्मीर पर भी बयान दिया था।
अमेरिका ने काबुल एयरपोर्ट पर IS-K द्वारा किए गए हमले का 'बदला' लिया है। अमेरिका ने इस्लामिक स्टेट के खिलाफ ड्रोन अटैक किया है। इस बात की जानकारी पेंटागन की तरफ से दी गई है। दावा किया गया है हमले में काबुल एयरपोर्ट पर हमले का 'प्लानर' मारा गया है।
इस्लामिक स्टेट के अफगानिस्तान में संबद्ध, जिन्हें इस्लामिक स्टेट खुरासान या आईएसआईएस-के कहा जाता है, ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है।
जानिए, काबुल हमले को अंजाम देने वाले ISIS (K) का पाकिस्तान कनेक्शन। अमेरिका की गलत प्लानिंग के कारण तालिबान के हाथों में कैसे पड़ गए अरबों डॉलर के हेलिकॉप्टर, प्लेन । देखिए- आज की बात, रजत शर्मा के साथ।
इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रांत ने काबुल हवाई अड्डे पर फिदायीन हमलों की जिम्मेदारी ली है। इस संगठन ने दावा किया है कि अब्दुल रहमान अल-लोगरी इस हमले के फिदायीन हमलावरों में से एक है। इन हमलों में 60 अफगान समेत 13 अमेरिकी सुरक्षाबलों के जवान मारे गए हैं।
इस्लामिक स्टेट खुरासान ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। इस संगठन ने दावा किया है कि फिदायीन हमलावरों में से एक का नाम अब्दुल रहमान अल-लोगरी है।
काबुल में कल हुए धमाकों के तार पाकिस्तान से जुड़ते दिख रहे हैं। अफगानिस्तान के पूर्व उप-राष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह ने काबुल अटैक को लेकर पाकिस्तान को कटघरे में खड़ा किया है।
बता दें कि ब्रिटिश सरकार ने बृहस्पतिवार को चेतावनी दी थी कि इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) के आतंकवादियों द्वारा अफगानिस्तान में काबुल हवाई अड्डे पर जमा लोगों को निशाना बनाकर हमला किए जाने की बहुत विश्वसनीय खुफिया रिपोर्ट है।
काबुल से भारतीय वीजा वाले कई अफगान पासपोर्ट चोरी हो गए हैं और इसके पीछे पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई का हाथ बताया जा रहा है।
पाकिस्तान पर आरोप लगता रहा है कि इमरान सरकार तालिबान को सपोर्ट करती है लेकिन पाकिस्तान इस आरोप को सिरे से खारिज करता रहा है।
तालिबान को रविवार को भारी हताहतों का सामना करना पड़ा, जब वायु सेना ने शेबर्गन शहर में उनकी सभाओं और ठिकानों को निशाना बनाया, जिसमें आतंकवादी संगठन के 200 सदस्य मारे गए।
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने भारतीय सेना में तैनात एक नायक समेत 2 लोगों को जासूसी कांड में गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों के नाम हबीबुर्रहमान और सेना में नायक के पद पर तैनात परमजीत के रूप में हुई है।
बिहार पुलिस को दिहाड़ी मजदूरों को बिहार और यूपी ले जाने वाली ट्रेनों में विस्फोट करने के लिए एक आतंकवादी समूह द्वारा संभावित प्रयासों के बारे में एक खुफिया सूचना मिली है।
पाकिस्तान एक बार फिर भारत में बड़ी आतंकी वारदात को अंजाम देने की कोशिशों में जुटा है। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इंटर सर्विस इंटेलिजेंस (आईएसआई) के निशाने पर इस बार बिहार और उत्तर प्रदेश जाने वाली ट्रेनें हैं।
राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने भारत के खिलाफ हिंसक जिहाद छेड़ने के लिए देश में भोलेभाले युवाओं को कट्टरपंथ का पाठ पढ़ाने और उनकी भर्ती करने की आतंकी संगठन आईएसआईएस की साजिश में कथित तौर पर संलिप्त रहने को लेकर दक्षिण कश्मीर से तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।
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