एक बार जब कोई स्मोकिंग शुरू कर देता है तो उसे छोड़ा कैसे जाए? अगर आप सिगरेट छोड़ना चाहते हैं या खराब लंग्स को हेल्दी बनाना चाहते हैं तो स्वामी रामदेव ने इसके लिए कारगर उपाय बताए हैं।
धूम्रपान के सेहत पर गंभीर असर को देखते हुए हाई रिस्क जॉब प्रोफाइल के मुकाबले इंश्योरेंस कंपनियां स्मोकिंग को ज्यादा गंभीरता से लेती हैं। इसी वजह से स्मोकिंग करने वालों को प्रीमियम पर ज्यादा रकम चुकानी पड़ती है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने चेतावनी दी है कि तंबाकू उत्पादों के इस्तेमाल से श्वसन संबंधी संक्रमण बढ़ सकता है और ऐसे लोग कोरोना वायरस की चपेट में आने के लिहाज से अधिक संवेदनशील हैं।
स्वामी रामदेव का कहना है कि कोरोना काल में शरीर का स्वस्थ होना बहुत जरूरी है। अगर आपका लीवर और लंग मजबूत होगा, तभी आप अन्य बीमारियों से भी लड़ सकेंगे।
स्वामी रामदेव ने बताया कि जिसका लंग और लीवर कमजोर होगा, वो कोरोना से लेकर जिंदगी की जंग तक नहीं जीत पाएगा। नशे का असर फेफड़े, लीवर, किडनी सहित शरीर के अन्य कई अहम हिस्सों पर पड़ता है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने घोषणा की है कि वह दुनिया में तम्बाकू का सेवन करने वाले 130 करोड़ लोगों को इस आदत को छोड़ने में मदद करने के लिए एक पहल शुरू कर रहा है।
लगातार तंबाकू का सेवन करने से हमारा शरीर जल्द ही खोखला हो जाता है। अगर एक बार ये लत लग जाए तो फिर इसे छोड़ना बेहद मुश्किल हो जाता है। लेकिन आयुर्वेद में ऐसे कुछ उपाय है जिनकी मदद से तंबकू सेवन की आदत से छुटकारा मिल सकता है।
गुटखा छोड़ने में मदद करती हैं ये छोटी छोटी चटपटी गोलियां। इससे निकोटीन की तलब कम हो जाती है। और भी कई तरीके हैं जिनकी मदद से गुटखा जैसे नशे को छोड़ा जा सकता है।
World No Tobacco Day 2019: हर साल दुनियाभर में 31 मई को 'विश्व तंबाकू निषेध दिवस' मनाया जाता है। इसे मनाने का मुख्य कारण है स्मोकिंग करने से होने वाली बीमारियों को लेकर जागरुकता फैलाना।
World No Tobacco Day: हर साल 31 मई को विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाया जाता है। सिगरेट ही नहीं उसकी राख और बट में बी पाए जाते है खतरनाक केमिकल।
धूम्रपान से सोराइसिस का खतरा दोगुना हो जाता है, क्योंकि निकोटिन के चलते त्वचा की निचली परत में रक्त संचार बाधित हो जाता है और त्वचा को ऑक्सीजन कम मिलती है। ऐसा विशेषज्ञों का कहना है।
लोगों यह सोचने की जरूरत है कि शारीरिक ऊर्जा को कम करने वाली कौन सी बुरी आदतें हैं जिन्हें त्यागकर वह स्वस्थ जीवनशैली अपना सकते हैं।
राष्ट्रीय राजधानी के मेट्रो स्टेशन परिसरों व उसके आसपास धूम्रपान उत्पादों का उपभोग करने पर अब दिल्ली पुलिस चालान करेगी।
Happy Birthday Hrithik Roshan: आज के समय में अधिकतर युवा सिगरेट की लत से निजात पाना चाहते है लेकिन उन्हें समझ नहीं आता है कि आखिर किस तरह इस समस्या से निजात पाएं। अगर आप भी इस समस्या से निजात पाना चाहते है तो ऋतिक रोशन के इस उपाय को अपनाएं। सौ प्रतिशत आपको सफलता जरुर मिलेगी।
दिल्ली सरकार ने हालिया रिलीज फिल्म 'बधाई हो' के डायरेक्टर, प्रोड्यूसर और एक्टर्स को फिल्म में धूम्रपान का प्रचार करने के लिए कानूनी नोटिस भेजा है।
राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण का स्तर इस हद तक खतरनाक स्थिति पर पहुंच चुका है कि यहां धूम्रपान नहीं करने वाले लोग भी रोजाना छह से सात सिगरेट पी रहे हैं, यानी धुआं निगल रहे हैं।
शोधकर्ताओं ने चेतावनी दी है कि इससे वयस्कों में क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी) के कारण मृत्यु का जोखिम बढ़ सकता है।
यह बात एक शोध में सामने आई। शोध के निष्कर्ष का प्रकाशन पत्रिका 'ब्रेस्टफीडिंग मेडिसीन' में किया गया है। इसमें स्तनपान कराने वाली माताओं पर घरेलू धूम्रपानकर्ताओं के संपर्क में आने पर नकारात्मक असर पड़ने की बात सामने आई है।
असम पुलिस ने सिगरेट और अन्य तंबाकू उत्पाद कानून (सीओटीपीए) 2003 का उल्लंघन करते हुए सार्वजनिक स्थलों पर धूम्रपान करने , नाबालिगों को तंबाकू उत्पाद बेचने और निकोटीन युक्त सामग्रियों का विज्ञापन करने वालों पर जुर्माना लगाना शुरू कर दिया है।
धूम्रपान स्पष्ट रूप से एक जन-स्वास्थ्य समस्या बनता जा रहा है। ऐसे में युवकों और युवतियों को इस लत से बचाने के उपायों पर एक बार फिर से विचार करने की जरूरत है। खासकर वे युवा, जो धूम्रपान के दुष्प्रभावों के लिए विशेष रूप से संवेदनशील हैं।
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