बॉलीवुड की 100 से ज्यादा फिल्मों में अपनी कलम का जादू बिखेरने वाले लिरिक्स राइटर इरशाद कामिल आज अपना जन्मदिन मना रहे हैं। रॉकस्टर से लेकर कबीर सिंह तक के बेहतरीन गानों को शब्दों में पिरोने वाले इरशाद कामिल को फैन्स ने जन्मदिन की बधाई दी है। इरशाद कभी अखबार में काम करते थे लेकिन उनका मुकाम फिल्मी दुनिया में बना। उन्होंने अपनी कलम से ऐसे गाने लिखे जिन्होंने लोगों की नींद उड़ाई है। आज जन्मदिन के खास मौके पर हम जानते हैं इरशाद कामिल की जिंदगी की कहानी।
कैसे बने शब्दों के जादूगर?
पंजाब के मलेरकोटला में जन्मे कामिल ने कहा कि उन्हें हमेशा से पता था कि उन्हें शब्दों के साथ कुछ करना है। यही बात उन्हें चंडीगढ़ में पत्रकारिता की ओर ले गई। उन्होंने पत्रकारिता में स्नातक और बाद में हिंदी साहित्य में पीएचडी की। गीतों की लंबी सूची के अलावा, उन्होंने कुछ पटकथाएं भी लिखी हैं, जिनमें मैं तेरी परछाईं हूं और संजीवनी जैसी सीरीज शामिल हैं। उनकी पहली बड़ी हिट फिल्मों में सुधीर मिश्रा की 2004 की फिल्म चमेली का गाना भागे रे मन शामिल था। पीछे मुड़कर देखते हुए, कामिल कहते हैं कि सफलता की अपनी यात्रा में मिले अनुभव अमूल्य हैं और वह इसे किसी और तरह से नहीं चाहते।
एक इंटरव्यू में इरशाद बताते हैं, 'मैंने शुरुआत में बहुत मेहनत की क्योंकि जब आप बिल्कुल नए सिरे से शुरुआत करते हैं, तो आपको मुश्किलों का सामना करना पड़ता है, लेकिन यही बात इसे दिलचस्प बनाती है। आप अनुभव प्राप्त करते हैं और यह किसी ऐसी चीज से अलग है जो आपको थाली में परोसी जाती है। एक कहावत है, 'बहुत कठिन है डगर पनघट की'। आपको लंबा रास्ता तय करना होता है।'
उनके विचार से, इस समय एक्शन फ़िल्में अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं, लेकिन हर तरह की फिल्में जरूरी हैं और भारतीय लोगों के जीवन से रोमांस को मिटाना नामुमकिन है।
इरशाद कामिल के 5 सबसे फेमस गाने
1. सैयारा टाइटल ट्रैक - सैयारा
इरशाद कामिल का गीत, 'सैयारा', कुछ ही समय में प्रशंसकों का पसंदीदा बन गया है। यह रोमांटिक और प्यार से भरपूर है। इसमें अहान पांडे और अनीत पड्डा हैं, और उन्होंने गाने के बोल और भावनाओं को बखूबी निभाया है। इसे फहीम अब्दुल्ला और अर्सलान निजामी ने गाया है और तनिष्क बागची के साथ मिलकर उन्होंने इसे संगीतबद्ध किया है।
2. तुम से ही - जब वी मेट
बॉलीवुड के सबसे पसंदीदा प्रेम गीतों में से एक, 'तुम से ही' सरल होने के साथ-साथ जादुई भी है। छोड़े न छूटे कभी/ तोड़े न टूटे कभी/ जो दगा तुम से जुड़ गया जैसे गीत बखूबी बयां करते हैं कि कैसे प्यार जीवन की छोटी-छोटी चीजों को भी सार्थक बना देता है। यह एक ऐसा गीत है जो कभी पुराना नहीं पड़ता।
3. अज्ज दिन चढ़ेया - लव आज कल
यह गाना पूरी तरह से शुद्ध और मासूम प्यार के बारे में है। कामिल के शब्दों की ताजगी इसे सबसे मधुर प्रेम गीतों में से एक बनाती है, जो रिश्ते में नई शुरुआत के उत्साह और खुशी को समेटे हुए है। मेरी भी आंखों को/ सुन ले दुवाओं को/ मुझको वो दिला मेने/ जिसको है दिल दिया जैसी पंक्तियां अनायास ही हमारे दिलों को छू जाती हैं। राहत फतेह अली की आवाज तो मानो चार चाँद लगा देती है।
4. कुन फ़या कुन - रॉकस्टार
प्यार से परे एक भावपूर्ण गीत, 'कुन फया कुन' आस्था और शांति की खोज के बारे में है। कामिल के बोल इसे गहराई देते हैं, इसे संगीत में लिपटी एक आध्यात्मिक यात्रा बनाते हैं। और उनके शब्द, एआर रहमान की रचना के साथ मिलकर इसे जादुई बना देते हैं।
5. अगर तुम साथ हो - तमाशा
यह गाना दिल टूटने का सच्चा एहसास है। कच्चे और सरल शब्दों में, कामिल ने प्यार की उस बेबसी को बखूबी बयां किया है जब दो लोग एक-दूसरे की परवाह करते हुए भी साथ नहीं रह पाते।