अशोक गहलोत का जन्म 3 मई 1951 को जोधपुर राजस्थान में हुआ। स्व॰ श्री लक्ष्मण सिंह गहलोत के घर जन्मे अशोक गहलोत ने विज्ञान और कानून में स्नातक डिग्री प्राप्त की तथा अर्थशास्त्र विषय लेकर स्नातकोत्तर डिग्री प्राप्त की। गहलोत का विवाह 27 नवम्बर, 1977 को श्रीमती सुनीता गहलोत के साथ हुआ। गहलोत के एक पुत्र वैभव गहलोत और एक पुत्री सोनिया गहलोत हैं। गहलोत को जादू तथा घूमना-फिरना पसन्द हैं। विद्यार्थी जीवन से ही राजनीति और समाजसेवा में सक्रिय रहे गहलोत 7वीं लोकसभा (1980-84) के लिए वर्ष 1980 में पहली बार जोधपुर संसदीय क्षेत्र से निर्वाचित हुए। उन्होंने जोधपुर संसदीय क्षेत्र का 8वीं लोकसभा (1984-1989), 10वीं लोकसभा (1991-96), 11वीं लोकसभा (1996-98) तथा 12वीं लोकसभा (1998-1999) में प्रतिनिधित्व किया। सरदारपुरा (जोधपुर) विधानसभा क्षेत्र से निर्वाचित होने के बाद गहलोत फरवरी, 1999 में 11वीं राजस्थान विधानसभा के सदस्य बने। गहलोत पुन: इसी विधानसभा क्षेत्र से 12वीं राजस्थान विधानसभा के लिए निर्वाचित हुए तथा 13वीं राजस्थान विधानसभा के लिए सरदारपुरा विधानसभा क्षेत्र से ही पुन: निर्वाचित हुए। गहलोत को अब तीसरी बार राजस्थान का मुख्यमंत्री बनाया गया है।
इस साल नवंबर-दिसंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं जिसे लेकर कांग्रेस ने कमर कस ली है। काफी समय से पार्टी में जो अंदरुनी कलह चल रही थी उससे भी पार पा लिया है। ऐसे में गहलोत ने फिर से सीएम पद छोड़ने की बात कही है। उनके इस बयान के बाद कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं।
राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा है कि मैंने अपनी जिंदगी में एक प्लॉट नहीं खरीदा है। मोदी जब पहली बार पीएम बने तो उनका सूट लंदन से बनकर आया था।
राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के एक गांव में बकरियां चराने गई एक नाबालिग लड़की को साथ कथित गैंगरेप के बाद कोयला भट्टी में डालने के मामले में सीएम अशोक गहलोत ने बयान दिया है।
गहलोत कैबिनेट ने नए जिलों और संभागों पर मुहर लगा दी है। कैबिनेट मीटिंग के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ये बड़ा ऐलान किया। ऐसे में अब राजस्थान 50 जिलों और 10 संभाग वाला राज्य बन गया है।
मोनू मानेसर के खिलाफ राजस्थान पुलिस ने दो मुस्लिम युवकों की हत्या के सिलसिले में मामला दर्ज है। इस पर हरियाणा के सीएम खट्टर ने कहा था कि राजस्थान की पुलिस उसपर कार्रवाई करने स्वतंत्र है।
राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार से हाल ही में बर्खास्त हुए मंत्री राजेन्द्र गुढ़ा ने आज जयपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके मीडिया के सामने एक लाल डायरी खोली। इस डायरी में से उन्होंने गहलोत सरकार के कई राज उजागर किए।
इन तबादलों के तहत सीनियर आईपीएस अधिकारी बीजू जॉर्ज जोसेफ को जयपुर का नया पुलिस कमिश्नर बनाया गया है। वह आनंद श्रीवास्तव की जगह लेंगे। चुनावी साल में सरकार की ओर से सभी प्रशासनिक तबादला किया जाता है ऐसे में जल्द ही और भी तबादला सूचियां जारी हो सकती है।
राजस्थान में पिछले दो लोकसभा चुनाव में बीजेपी 25 में से 25 सीटें जीतती आई है लेकिन इस बार आंकड़े कुछ और ही हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव के आंकड़ों पर नजर डालें तो बीजेपी को 20 में से 25 सीटें मिली थी। जबकि कांग्रेस यहां खाता भी नहीं खोल पाई।
जयपुर के एसएमएस अस्पताल से वीडियो सामने आया है जिसमें धर्मेंद्र राठौड़ के पैर में प्लास्टर चढ़ा दिख रहा है। बता दें कि दुर्घटना के समय राठौड़ मुख्यमंत्री आवास पर ही मौजूद थे। लाल डायरी प्रकरण में उनका नाम अहम है।
सीएम अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री के बयान पर पलटवार किया है। सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि अब पीएम चुनाव के तीन महीने पहले इतना घबरा गए हैं कि अंट-शंट आरोप लगा रहे हैं।
प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट करते हुए अशोक गहलोत के आरोप का जवाब दिया है। पीएमओ ने ट्वीट कर लिखा श्री अशोक गहलोत जी, प्रोटोकॉल के अनुसार आपको विधिवत आमंत्रित किया गया है और आपका भाषण भी निर्धारित किया गया है।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने लंबा-चौड़ा ट्वीट करते हुए आरोप लगाया है कि उनके भाषण को प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा हटा दिया गया है। ऐसे में मैं प्रधानमंत्री का स्वागत भाषण के माध्यम से नहीं करूंगा।
राजस्थान सरकार में मंत्री रहे राजेंद्र सिंह गुढ़ा अब सीएम गहलोत और उनकी सरकार पर हमलावर हैं। गुढ़ा आरोप लगा रहे हैं कि उन्होंने सच बोला और इसी बात की सजा उन्हें दी गई है।
राजेंद्र गुढ़ा ने आरोप लगाया है कि उनसे उनकी लाल डायरी भी छीन ली गई, जिसमें करोड़ों रुपये के उलटफेर और करोड़ों अरबों रुपये के लेन-देन की जानकारी थी।
राजेंद्र राठौड़ ने सदन में जब लाल डायरी का मुद्दा उठाया तो सदन में हंगामा शुरू हो गया। इस बीच सदन में हो रही गहमा-गहमी में राजेंद्र गुढ़ा और शांति धारिवाल के बीच हाथापाई तक की नौबत आ गई।
मंत्रिमंडल से बर्खास्त किए जाने के बाद राजेंद्र सिंह गुढ़ा सीएम अशोक गहलोत पर हमलावर हैं। गुढ़ा का कहना है कि उन्हें सच बोलने की सजा दी गई है।
राजस्थान कैबिनेट से हटाए जाने के बाद राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने कहा कि जनता मेरे साथ रहेगी और मैं उनके लिए काम करूंगा। उन्होंने कहा कि चाहे अशोक गहलोत मुझे कैबिनेट से हटाएं या जेल भेजें, मैं जब तक जिंदा हूं, बोलता रहूंगा।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मणिपुर के मुद्दे पर आज प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पीएम मोदी पर जमकर हमला बोला। गहलोत ने कहा कि 50 साल हो गये राजनीति में मुझे लेकिन ऐसा नहीं देखा।
जब से राजेंद्र गुढ़ा को बर्खास्त किया गया है उसके बाद से कांग्रेस में सियासी हलचल तेज हो गई है। दरअसल कांग्रेस नेता अब लगातार प्रभारी सुखजिंदर रंधावा से मिल रहे हैं।
अशोक गहलोत कैबिनेट से बर्खास्त किए जाने के बाद राजेंद्र गुढ़ा का पहला बयान आया। उन्होंने कहा कि अगर सच बोलना गुनाह है तो वे यह गुनाह करते रहेंगे।
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