राजस्थान की राजधानी जयपुर में गुरुवार को एक जर्जर मकान ढह जाने से एक बुजुर्ग महिला की मौत हो गई, जबकि उनकी बहू घायल हो गईं। मलबे में दबी दोनों महिलाओं को बाहर निकालकर अस्पताल ले जाया गया। घटना के समय घर में दो बच्चे और दो महिलाएं मौजूद थीं। हालांकि, दोनों बच्चे बाहर निकल आए और उनकी जान बच गई।
यह घटना सुभाष चौक इलाके में आमेर रोड पर सुबह करीब 7:00 बजे हुई। सूचना मिलते ही पुलिस, सिविल डिफेंस और अन्य बचाव दल मौके पर पहुंचे और तुरंत बचाव कार्य शुरू किया। पुलिस के मुताबिक, यह एक जर्जर मकान था, जिसमें धन्नी बाई (78), उनकी बहू सुनीता (35), और दो पोते केयरटेकर के तौर पर रह रहे थे।
अचानक कमरे की छत गिर गई
हादसे के वक्त बीमार धन्नी बाई खाट पर लेटी हुई थीं, तभी अचानक कमरे की छत गिर गई। जैसे ही ढांचा गिरने लगा, बहू सुनीता ने अपनी सास को बचाने की कोशिश की और उनके ऊपर लेट गईं, जिससे दोनों मलबे में दब गईं। सुनीता के दोनों बेटे, जो बाहर खेल रहे थे, सुरक्षित बच गए।
हादसे के तुरंत बाद, पड़ोसियों ने बचाव अभियान शुरू किया और मलबे को हटाया। दोनों महिलाओं को एसएमएस अस्पताल ले जाया गया, जहां धन्नी बाई को मृत घोषित कर दिया गया। सुनीता का इलाज चल रहा है, उनके पैर में फ्रैक्चर हुआ है।
केयरटेकर के रूप में रह रहा था परिवार
सहायक पुलिस आयुक्त (मानक चौक) पीयूष कविया ने बताया कि परिवार केयरटेकर के रूप में रह रहा था और मकान मालिक पास के ही एक घर में रहते हैं।
जयपुर हेरिटेज नगर निगम की उपायुक्त (हवामहल जोन) सीमा चौधरी ने बताया कि मकान की खराब हालत के कारण 12 अगस्त को मालिक को इसे खाली करने और गिराने के लिए नोटिस दिया गया था। हालांकि, मकान मालिक प्रदीप शाह ने दावा किया कि उन्हें ऐसा कोई नोटिस नहीं मिला।
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