Bihar Nda: अग्निपथ योजना का विरोध बिहार में विपक्ष कर रहा था। जदयू की तरफ से भी इसका विरोध किया गया। जदयू के नेताओं ने केंद्र को योजना पर विचार करने की सलाह तक दे डाली, लेकिन नीतीश चुप रहे। जेडीयू और सीएम नीतीश के इस व्यवहार के बाद जानकारों का कहना है कि बिहार के एनडीए में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है।
Bihar News : हम अलग-अलग दल हैं, हमारी विचारधारा अलग है, इसलिए खटपट होती रहती है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि सरकार पर कोई असर पड़े।
Prashant kishor on Nitish kumar: प्रशांत किशोर ने बिहार की सड़कों को लेकर नीतीश कुमार पर तंज कसा। प्रशांत किशोर यानी पीके ने गुरुवार को सीएम नीतीश द्वारा राज्य की सड़कों को लेकर किए गए दावे को झूठा बताया।
केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों ने बिहार बीजेपी अध्यक्ष संजय जायसवाल के आवास पर भी हमला किया था।
Bihar: जिस तरह, आरसीपी सिंह को पहले राज्यसभा का टिकट काटा गया और उसके बाद फिर पटना स्थित उनके सरकारी आवास से बेदखल किया गया, उससे उनके समर्थकों में नाखुशी है।
Bihar Politics: इन नेताओं पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप है। जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुमार कुशवाहा ने अजय आलोक को पार्टी से निकाले जाने की पुष्टि की है।
नीतीश कुमार ने कहा कि अभी हम NDA में हैं, राष्ट्रपति चुनाव को लेकर अभी तो कोई चर्चा नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि पिछले राष्ट्रपति चुनाव की चर्चा करते हुए कहा कि तब हम जिस गठबंधन में शामिल थे, उसकी लाइन से अलग जाकर दूसरे उम्मीदवार को वोट किया था।
Sharad Yadav: शरद यादव ने अपने सरकारी आवास को घर छोड़ते वक्त कहा कि इस घर से कई लड़ाइयां लड़ी गई हैं। यहां पर कई सारी यादें जुड़ी हैं। इससे पहले शरद यादव ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी और शीर्ष अदालत से मांग की थी कि दिल्ली में उन्हें मिला बंगला खाली न कराया जाए।
Bihar Politics: नीतीश कुमार को पीएम मटेरियल बताने वाले जेडीयू नेताओं को भी आरसीपी सिंह ने साफ कह दिया कि कुछ लोगों का काम ही सिर्फ होता है कि कैसे झगड़ा लगाया जाए।
Bihar News: जाति आधारित आखिरी जनगणना 1921 में हुई थी। मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात कर इसकी मांग की थी।
माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आरसीपी सिंह के बीच संबंध इन दिनों ठीक नहीं चल रहे हैं।
इफ्तार पार्टी में तेजस्वी यादव ज्यादातर समय खामोश ही नजर आ रहे थे। उन्हें जदयू की ओर से गर्मजोशी से स्वागत की उम्मीद थी, लेकिन ऐसा होता नहीं दिख रहा था। नीतीश कुमार को शायद इस बात का एहसास हुआ और इसलिए वह तेजस्वी यादव को छोड़ने उनकी कार तक गए।
जदयू की सदस्यता ग्रहण करने के बाद अजीत सिंह ने कहा कि बचपन से ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कामकाज को देख रहे हैं, जिससे वे काफी प्रभावित हैं। उन्होंने कहा कि वे बिना शर्त जदयू में शामिल हुए हैं।
नीतीश के हाथ जोड़कर और कमर के बल झुककर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अभिवादन करते हुए उनकी तस्वीरों को विपक्ष ने एक मौके के रूप में लपक लिया है।
वीआईपी के संस्थापक सहनी को इस मामले को लेकर जहां जदयू का साथ मिला है वहीं भाजपा नैतिकता के आधार पर इस्तीफा मांग रही है।
मणिपुर में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 60 सदस्यीय विधानसभा में 32 सीटें जीतकर सत्ता बरकरार रखी है। छह सीटें जीतने वाले जेडीयू ने शनिवार को सरकार गठन के लिए भाजपा को अपना समर्थन दिया।
चार फरवरी को दिनेश सिंह के मोबाइल नंबर पर एक अनजान नंबर से कॉल आई। कॉल करने वाले ने कहा कि उसने मैसेज भेजा है।
उन्होंने विशेष राज्य के दर्जे की बार-बार मांग करने के लिए भी राज्य सरकार का मखौल उड़ाया और इस पर आश्चर्य जताया कि इसमें अड़चन क्यों है
अक्षेत्रीगांव विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे जेडीयू के उम्मीदवार वेंगबम रोजित सिंह को दो बाइक सवार बदमाशों ने उस समय गोली मार दी, जब वह अपनी पार्टी के लोगों के साथ चुनाव संबंधी गतिविधियों के बाद घर लौट रहे थे।
मिश्रा ने आरोप लगाया कि बीजेपी ‘संख्या बल के लिहाज से ज्यादा मजबूत स्थिति में होने के बावजूद राज्य में अपना मुख्यमंत्री न होने के कारण अपमानित महसूस करती है।’
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