कभी दिवाली पर घी में भुने बेसन के लड्डुओं की खुशबू पूरे घर में फैल जाती थी, त्योहार की असली मिठास चमचमाते बाजारों में नहीं बल्कि रसोईघर में बनी इन मिठाई में होती थी। इसमें स्वाद के साथ-साथ 'मां का प्यार' घुला होता था। घर में बनी मिठाई में टेस्ट के साथ अपनों का यकीन होता है, लेकिन वक्त बदला अब मिठाई बनाने का समय किसके पास है। अब तो स्वाद भी बाजार के हवाले है जहां मिठास के साथ सेहत में जहर भी घुल रहा है। दिवाली की रौनक में बाजार में तमाम तरह की मिठाइयां भरी पड़ी। भले ही मीठी हो पर सेहतमंद तो बिल्कुल नहीं है। देश के अलग-अलग राज्यों में Food Safety डिपार्टमेंट की छापेमारी लगातार चल रही है। छापेमारी में हर दिन कहीं लाखों टन नकली खोया मिला तो कहीं मिलावटी पनीर बरामद हुआ। दिवाली में डिमांड इतनी बढ़ जाती है कि..मिलावटखोरों को लोगों की जान की परवाह भी नहीं रही। मावे में स्टार्च और सिंथेटिक मिल्क सॉलिड, घी में वनस्पति तेल, पनीर में यूरिया का इस्तेमाल किया जा रहा है। इसकी वजह ये सारे सामान दिखने में तो सही लगती है लेकिन इसे खाना नुकसानदायक है।
अगर खाने की इन चीजों में मिलावट है तो एक छोटा सा लड्डू, एक चमकदार बर्फी आपके लिवर, किडनी और इम्यून सिस्टम बिगाड़ सकती है। इसकी वजह से फूड पॉइजनिंग, उल्टी-दस्त, एलर्जी हो सकती है। धीरे-धीरे यही जहर लिवर डैमेज, हार्मोनल गड़बड़ी का कारण बन सकती है। ये आपके पूरे फेस्टिव सीजन को बिगाड़ सकती है। लेकिन प्राणायम और योग के जरिए मिलावटी चीजों की वजह से सेहत पर पड़ने वाले असर को कंट्रोल किया जा सकता है। स्वामी रामदेव ने बताया है कि किस तरह शरीर को मिलवाटी चीजों को बचाया जा सकता है।
मिलावटी खाने का सेहत पर असर
किडनी प्रॉब्लम
याद्दाश्त कमजोर
आंखों में जलन
नजर कमजोर
स्किन डिजीज
अस्थमा
एलर्जी
कैंसर
इन फूड्स में पाए जाते हैं सबसे ज्यादा आर्टिफिशियल फूड कलर्स
आइसक्रीम
सॉस
केक
चिप्स
जैम
कैंडी
ब्रेड
जेली
मिलावटी चीजों से पाचन तंत्र को बचाने के लिए करें ये योगासन
वज्रासन
यह एकमात्र ऐसा आसन है जिसे भोजन के तुरंत बाद भी किया जा सकता है। यह पाचन क्रिया को तेज करता है और एसिडिटी, गैस और कब्ज की समस्या को दूर करने में सहायक है। इसे करने के लिए घुटनों के बल बैठकर, नितंबों को एड़ियों पर टिकाकर बैठें और पीठ सीधी रखें। हाथों को जांघों पर रखें। इसे भोजन के बाद 5-10 मिनट तक किया जा सकता है।
पवनमुक्तासन
यह गैस और पेट फूलने की समस्या में तुरंत राहत देता है। यह पेट पर दबाव डालकर गैस को बाहर निकालने में मदद करता है।
भुजंगासन
यह पेट की मांसपेशियों को मजबूत करता है और पाचन को ठीक रखता है। यह आसन पेट के निचले हिस्से के अंगों की कार्यक्षमता को बढ़ाता है।
पश्चिमोत्तानासन
यह आसन कब्ज को दूर करके और पेट पर दबाव डालकर पाचन तंत्र की समस्याओं को ठीक करता है।
डिस्क्लेमर: इस आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स केवल आम जानकारी के लिए हैं। सेहत से जुड़े किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी भी तरह का बदलाव करने या किसी भी बीमारी से संबंधित कोई भी उपाय करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें। इंडिया टीवी किसी भी प्रकार के दावे की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं करता है।