उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले में फर्जी दूतावास चलाने के मामले में यूपी एसटीएफ ने हर्षवर्धन जैन नाम के एक शख्स को गिरफ्तार किया था। इस मामले में एसटीएफ की पूछताछ में एक नया नाम एहसान अली का सामने आया है। दरअसल एहसान अली ने जालसाज हर्षवर्धन के साथ मिलकर कई शेल कंपनियां बनाई और फिर लोन लेकर फरार हो गया था। अब यह जानकारी सामने आई है कि एहसान अली स्विट्जरलैंड के लेक ल्यूसर्न पर एक आलीशान फ्लैट का मालिक होने के साथ-साथ एक स्पैनिश फुटबॉल क्लब में भी उसकी हिस्सेदारी है। साथ ही वह कई तरह की महंगी कारों का भी शौकीन है।
कौन है एहसान अली?
जानकारी के मुताबिक, हर्षवर्धन की एहसान अली के साथ काफी नजदीकियां रही हैं। क्योंकि एहसान अली भारत में ही जन्मा है लेकिन इंटरनेशनल कॉरोबारी के रूप में उसे जाना जाता है। एहसान अली सैयद पर एडवांस मनी के रूप में धोखाधड़ी के जरिए 2.5 करोड़ पाउंड हड़पने के बाद फिजूलखर्ची करने का आरोप है। एहसान अली के खिलाफ कई देशो में धोखाधड़ी के मामले दर्ज हैं, जहां की एजेंसियां उसकी तलाश कर रही है। बता दें कि 4 जुलाई को लंदन की वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट कोर्ट ने एहसान अली के द्वारा 23 लोगों से धोखाधड़ी के मुकदमें के लिए स्विटजरलैंड प्रत्यर्पण को हरी झंडी दे दी, ताकि स्विट्जरलैंड में उससे पूछताछ हो सके।
तुर्की की ली है नागरिकता
बता दें कि एहसान अली सैयद जो वर्तमान में तुर्की का नागरिक है, उसे सितंबर 2010 और मई 2011 के बीच की गई धोखाधड़ी के आरोप में स्विट्जरलैंड के अनुरोध पर नवंबर 2022 में लंदन में गिरफ्तार किया गया था। हालांकि एहसान अली सैयद ने दावा किया था कि स्विट्जरलैंड के प्रत्यर्पण एप्लीकेशन में पूरी जानकारी नहीं है। एहसान अली का वेस्टर्न एडवाइजरी ग्रुप (WAG) स्विट्जरलैंड और बहरीन में उसके दफ्तरों को आलीशान महल जैसे एरिया में बनाया गया था। जब भी लोग उससे संपर्क करते थे तो वो उसके आलीशान एरिया को देखकर प्रभावित हो जाते थे।