Highlights
- पीवी सिंधु ने पहली बार सिंगल्स में जीता गोल्ड
- शरत कमल ने 16 साल बाद सिंगल्स में दूसरी बार जीता गोल्ड मेडल
- पुरुष हॉकी टीम गोल्ड से चूकी
CWG 2022: इंग्लैंड के बर्मिंघम में आयोजित हुए 22वें राष्ट्रमंडल खेलों का समापन हो चुका है। 11 दिन तक चले इस मेगा इवेंट में दुनियाभर से 70 से अधिक देशों ने भाग लिया और पदक के लिए अपनी दावेदारी पेश की। भारत ने इन खेलों के लिए 200 से ज्यादा एथलिट्स का दल भेजा। भारतीय खिलाड़ियों ने इस बार शानदार और ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए कुल 61 मेडल जीते। भारत के लिए पदकों की शुरुआत जहां वेटलिफ्टरों ने की तो वहीं इसे अंजाम तक बैडमिंटन, टेबल टेनिस और हॉकी खिलाड़ियों ने पहुंचाया।
भारत के खाते में आखिरी दिन यानी सोमवार को चार गोल्ड समेत कुल छह पदक आए और वह 62 मेडल्स के साथ पदक तालिका में न्यूजीलैंड को पीछे छोड़ते हुए चौथे स्थान पर रहा। भारत को आखिरी दिन बैडमिंटन में तीन गोल्ड आए, जबकि टेबल टेनिस में एक गोल्ड और ए ब्रॉन्ज मिला। वहीं हॉकी में पुरुष टीम को ऑस्ट्रेलिया से हारकर सिल्वर से संतोष करना पड़ा।
कुश्ती में आए सबसे ज्यादा पदक:
| खेल | गोल्ड | सिल्वर | ब्रॉन्ज | कुल पदक |
| कुश्ती | 6 | 1 | 5 | 12 |
|
वेटलिफ्टिंग |
3 | 3 | 4 | 10 |
| एथलेटिक्स | 1 | 4 | 3 | 8 |
| मुक्केबाजी | 3 | 1 | 3 | 7 |
| टेबल टेनिस | 4 | 1 | 2 | 7 |
| बैडमिंटन | 3 | 1 | 2 | 6 |
| जूडो | 0 | 2 | 1 | 3 |
| हॉकी | 0 | 1 | 1 | 2 |
| लॉन बॉल्स | 1 | 1 | 0 | 2 |
| स्क्वैश | 0 | 0 | 2 | 2 |
| पॉवर पैरालिफ्टिंग | 1 | 0 | 0 | 1 |
| क्रिकेट | 0 | 1 | 0 | 1 |
| कुल मेडल | 22 | 16 | 23 | 61 |
सिंधु-लक्ष्य और सात्विक-चिराग की जोड़ी ने बैडमिंटन मे रचा इतिहास
मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों की बात करें तो बैडमिंटन में भारत की स्टार शटलर पीवी सिंधु, युवा लक्ष्य सेन और सात्विक-चिराग की दमदार जोड़ी ने गोल्ड अपने पाले में किया। सिंधु ने कनाडा की मिशेल ली को सीधे गेम में हराया। लक्ष्य ने कड़े मुकाबले में मलेशियाई खिलाड़ी को ध्वस्त किया और सात्विक-चिराग की जोड़ी ने इंग्लैड की जोड़ी को पस्त किया।
शरत ने अपना चौथा मेडल जीता
टेबल टेनिस में 40 साल के शरत कमल ने एकल स्पर्धा के फाइनल में इंग्लैंड के खिलाड़ी को हराकर पीला तमगा हासिल किया। शरत ने 16 साल बाद दूसरी बार एकल स्पर्धा में गोल्ड जीता। यह उनका इस बार के खेलों का चौथा और कॉमनवेल्थ गेम्स का 13 पदक रहा।
हॉकी टीम गोल्ड से चूकी
उनके अलावा गुणासेकरन साथियान ने एकल स्पर्धा का कांस्य जीतकर सिंगल्स में अपना पहला कॉमनवेल्थ मेडल जीता।दिन के अंत में भारतीय हॉकी टीम को ऑस्ट्रेलिया के हाथों करारी हार झेलनी पड़ी और सिल्वर से संतोष करना पड़ा।