नागपुर में एक स्कूल के 17 बच्चों को चॉकलेट खाने से फूड प्वाइजनिंग हो गई, जिनका इलाज नागपुर का लता मंगेशकर हॉस्पिटल में चल रहा है।
कई लोगों को बार-बार फूड पॉइजनिंग की समस्या का सामना करना पड़ता है। इस दौरान उल्टी, दस्त, जी मिचलाना, पेट में दर्द जैसे लक्षण नजर आ सकते हैं और अगर इनका सही समय पर इलाज न किया जाए तो यह घातक साबित हो सकते हैं।
Telangana News: घटना सोमवार की रात वर्धन्नापेट स्थित आदिवासी बालिका आश्रम हाई स्कूल के हॉस्टल की है जहां छात्रों को परोसे जाने वाले भोजन में एक मरी हुई छिपकली थी। रात का खाना खाने के बाद लड़कियों को उल्टी, पेट दर्द की शिकायत होने लगी।
UP News: आगरा के एक गांव में गई बारात में शामिल करीब 25 बाराती वहां से आने के बाद शनिवार की सुबह सोकर नहीं उठे। जब उन्हें झकझोर कर देखा गया तो वे सभी बेहोश मिले।
Kannauj news: जिलाधिकारी ने बताया कि मृतकों के परिजनों से पूछताछ में बात सामने आई है कि परिवार की बुजुर्ग महिला को उल्टी होने के बाद अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई। कुछ ही घंटे बाद महिला के बेटे और पोती को भी उल्टी-दस्त की शिकायत हुई और उनकी भी मौत हो गयी।
इस शादी समारोह में खाना खाने के बाद 330 से ज्यादा लोग बीमार पड़ गए। मामला रविवार को केदारपुर गांव से सामने आया। खाना खाने के बाद इन लोगों को उल्टी शुरू हो गई और बेचैनी होने लगी।
मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से जानकारी दी गई है कि, "मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने राजनांदगांव जिले के मलैदा केम्प में आईटीबीपी व सीएएफ के 21 जवानों के फूड प्वाइजनिंग से पीड़ित होने की जानकारी प्राप्त होते ही सभी जवानों के बेहतर इलाज की व्यवस्था सुनिश्चित करने जिले के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को निर्देशित किया है।"
फूड प्वाइजनिंग की दिक्कत होने पर पेट दर्द होना, बुखार आना, उल्टी होना, सिरदर्द और कमजोरी महसूस होती है। ऐसे में ये घरेलू नुस्खे अपनाकर आप इस समस्या में आराम पा सकते हैं।
गर्मियों में फूड पॉयजनिंग होना आम बात है। लेकिन, कुछ जरूरी बातों को ध्यान में रखकर हम इससे अपना बचाव कर सकते हैं।
फूड ज्वाइजनिंग के मरीज इस बात का ध्यान रखें कि शरीर में पानी की कमी नहीं होना चाहिए। इसलिए पानी के अलावा थोड़ी-थोड़ी देर में नारियल पानी, पतली खिचड़ी, चावल का पानी आदि का सेवन करना चाहिए।
उत्तर प्रदेश के बस्ती जनपद से वृन्दावन दर्शन के लिए आए एक स्कूल के बच्चों की हालत उस समय खराब हो गई जब लौटते वक्त उन्होंने एक ढाबे पर खाना खाया।
आप ये बात नहीं जानते होगे कि किस तरह का मशरूम आपकी सेहत के लिए अच्छा है। जी हां ज्यादा पुराना मशरूम जो कि काला या फिर पीला हो गया है। इसके तरह के रंग के मशरूम का सेवन करना सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है।
लंबे समय से जानते हैं कि कच्चे मांस, मुर्गी और अंडे भी रोगाणुओं का कारण बन सकते हैं। हाल के वर्षो में ताजे फल और सब्जियों के कारण खाद्य जनित बीमारियों का सबसे ज्यादा प्रकोप रहा है। जानें इस बीमारी से कैसे करें बचाव और क्या है इसका इलाज।
बीएमसी ने ये दवाई मुंबई के एक स्कूल में पढ़ने वाले करीब 160 बच्चों को दी थी।
बड़हिया नवोदय विद्यालय के प्राचार्य डॉ़ सचित कुमार ने बताया,"गुरुवार रात स्कूल के लगभग 250 बच्चों को खाने में चावल, दाल और पनीर की सब्जी दी गई थी। रात दो बजे लगभग 10 बच्चों ने उल्टी और पेट दर्द की शिकायत की।"
कॉकरोच आपकी सेहत के लिए कितने खतरनाक है। इनके कारण पेट संबंधी बीमारियां तो होती ही है बल्कि और कई गंभीर बीमारियां भी होती है। जामिए नसे कौन-कौन सी बीमारियां होती है और कैसे इनसे निजात पा सकते है।
At least 26 people aboard the premium train were taken ill on Sunday after consuming food served by the IRCTC.
गोवा से मुंबई जा रही तेजस ट्रेन में ज़हरीला नाश्ता करने से कई यात्री बीमार पड़ गए. बीच में ट्रेन रोककर 26 यात्रियों को अस्पताल में दाख़िल कराया गया.
गोवा से मुंबई जा रही तेजस एक्सप्रेस में आज रेलवे की जलपान इकाई आईआरसीटीसी का खाना खाने के बाद कम से कम 26 यात्री बीमार पड़ गए
खुद IRCTC ने खराब खाने की पुष्टि की है, IRCTC ने कहा है कि 24 यात्रियों की तबीयत ज्यादा बिगड़ने की वजह से उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
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