Ravi Pradosh Vrat 2023: सावन माह के प्रदोष व्रत करने से कई गुना अधिक पुण्य फलों की प्राप्ति होती है। आपको बता दें कि प्रत्येक महीने के कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष का व्रत रखा जाता है।
Parama Ekadashi Vrat 2023 Date: अधिकमास में आने वाली परमा एकादशी के दिन व्रत रखने और पूजा करने से विष्णु जी और माता लक्ष्मी की खास कृपा प्राप्त होती है। इस व्रत के प्रभाव से घर में हमेशा सुख-समृद्धि बनी रहती है।
Bada Bagh Hanuman Temple: हनुमान जी के इस प्रसिद्ध मंदिर को लेकर लोगों में गहरी मान्यताएं हैं। कहते हैं कि इस मंदिर में प्रसिद्ध संत नीम करोली बाबा भी बजरंबली के दर्शन के लिए आ चुके हैं।
Mangala Gauri Vrat Significance: धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, जो विवाहित महिलाएं मंगला गौरी व्रत को विधि-विधान के साथ रखती हैं, उनकी सभी इच्छाएं पूरी होती हैं। इस व्रत को करने से महिलाओं को अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
सावन महीने के प्रत्येक सोमवार को भगवान शिव की पूजा-अर्चना करने का विधान है। इस दिन व्रत कर महादेव की उपासना करने से जीवन में हर प्रकार के सुख सुविधाओं की प्राप्ति होती है।
Parama Ekadashi 2023 Significance: पुरुषोत्तम मास में की जाने वाली इस एकादशी के प्रभाव से जातक की समस्त समस्याएं स्वतः ही समाप्त हो जाती है और अपार सुख-समृद्धि तथा धन-धान्य की प्राप्ति करता है। साथ ही व्यक्ति को हर प्रकार की सिद्धि मिलती है और आर्थिक तंगी से छुटकारा मिलता है।
Raksha Bandhan Special Story: उत्तराखंड के इस प्रसिद्ध मंदिर में भाई को राखी बांधने से भाई के जीवन पर कभी कोई संकट नहीं आता है। लेकिन यह मंदिर के कपाट केवल रक्षाबंधन के मौके पर ही खुलता है।
अगर जन्मपत्री में शनि देव नकारात्मक और अशुभ हों तो व्यक्ति को भाग्य का साथ नहीं मिल पाता है और वह जीवन भर संघर्ष से घिरा रहता है।
Sankashti Chaturthi 2023 Upay: संकष्टी श्री गणेश चतुर्थी व्रत के दिन अलग-अलग शुभ फलों की प्राप्ति के लिए और गणेश जी का आशीर्वाद पाने के लिए आपको कौन से उपाए करने चाहिए ये सब जानिए आचार्य इंदु प्रकाश से।
Hariyali Teej 2023: हरियाली तीज का व्रत रखने से जहां सुहागिन महिलाओं को अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद मिलता है। वहीं कुंवारी लड़कियों को शिव-गौरी सा दांपत्य जीवन की प्राप्ति होती है। तो आइए जानते हैं कि हरियाली तीज की पूजा विधि क्या है।
Ekadashi Vrat August 2023: पूर्णिमा के बाद आने वाली एकादशी को कृष्ण पक्ष की एकादशी और अमावस्या के बाद आने वाली एकादशी को शुक्ल पक्ष की एकादशी कहते हैं। एकादशी में भगवान विष्णु के निमित्त व्रत रखने और उनकी पूजा करने का विधान है।
Sawan Somwar 2023: सावन का पूरा महीना ही शिव भक्ति के लिए समर्पित है, लेकिन शास्त्रों में सावन महीने में पड़ने वाले सोमवार का बहुत अधिक महत्व बताया गया है। सावन सोमवार के दिन व्रत रखने और महादेव की पूजा से हर मनोकामना पूरी होती है।
Pradosh Vrat 2023: रविवार का सावन माह का दूसरा प्रदोष व्रत रखा जाएगा। इस दिन भोलेनाथ की विधिपूर्वक पूजा करने से मनोवांछित फलों की प्राप्ति होती है। तो आइए जानते हैं कि प्रदोष व्रत का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि क्या है।
Padmini Ekadashi 2023: आज पद्मिनी एकादशी का व्रत रखा जा रहा है। इस व्रत को पुरुषोत्तमी एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। एकादशी का व्रत भगवान विष्णु को समर्पित है। एकादशी के दिन भगवान नारायण की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
Pradosh Vrat 2023: प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव की आराधना करने से मन की हर मुराद पूरी हो जाती है। वहीं सावन माह में आने वाले प्रदोष व्रत का महत्व और अधिक बढ़ जाता है। तो आइए जानते हैं कि अब प्रदोष व्रत कब है किस विधि के साथ भोलेनाथ की पूजा करनी चाहिए।
Purushottami Ekadashi 2023 Remedies: शनिवार को पुरुषोत्तमी एकादशी मनाई जाएगी। अधिकमास में पड़ने वाले एकादशी व्रत का खास महत्व होता है। ऐसे में शुभ फलों की प्राप्ति के लिए एकादशी के दिन क्या उपाय करना चाहिए, जानिए आचार्य इंदु प्रकाश से।
Padmini Ekadashi 2023:अधिकमास और एकादशी दोनों ही भगवान विष्णु को अत्यंत प्रिय है। मान्यताओं के अनुसार इस एकादशी को करने से सालभर की एकादशियों का पुण्य मिल जाता है।
Sawan Vinayak Chaturthi 2023: आइए आचार्य इंदु प्रकाश से जानते हैं आज के दिन किए जाने वाले खास उपायों के बारे में जिसे करके आप अपने जीवन में चल रही सभी समस्याओं का हल पाने में सफल होंगे।
Adhikmas 2023: मलमास के दौरान पूजा पाठ करने से आर्थिक समस्याओं से मुक्ति मिलती है और घर में सुख-शांति बनी रहती है। इस महीने में भगवान पुरुषोत्तम की उपासना करने वाले को हर प्रकार के सुख-साधनों की प्राप्ति होती है।
Sawan 2023: जिस भोलेनाथ को देवता से लेकर दानव तक पूजते थे उन्हें राजा दक्ष बिल्कुल पसंथ नहीं करते थे। शिवजी के अपने ही ससुर क्यों उनसे इतनी नफरत करते थे। आज ज्योतिषि चिराग बेजान दारूवाला से जानेंगे इसके पीछे के कारणों के बारे में।
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