बिहार में जीत के बाद AIMIM का कैडर उत्साहित है। यूपी में विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी की क्या तैयारी है और क्या समाजवादी पार्टी से गठबंधन होगा, इसको लेकर पढ़िए AIMIM के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली का एक्सक्लूसिव इंटरव्यू।
बिहार में 10वीं बार नीतीश कुमार की सरकार बनने जा रही है. बिहार की जीत ने देश भर में ये मैसेज दे दिया है कि एनडीए का विजय रथ रूकने वाला नहीं है. महाराष्ट्र, हरियाणा, दिल्ली और अब बिहार के बाद ये कारवां बंगाल, असम होते हुए उत्तर प्रदेश तक जाना है.
बिहार के सीमांचल क्षेत्र में महागठबंधन से ज्यादा एनडीए के उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की है। ओवैसी की पार्टी AIMIM ने पिछली बार की तरह इस बार भी शानदार प्रदर्शन किया है। जानिए सीमांचल क्षेत्र में मुस्लिम वोटरों के बीच कौन से मुद्दे हावी रहे हैं।
बिहार में ओवैसी की पार्टी AIMIM ने 5 सीटों पर जीत दर्ज की है। बिहार में AIMIM ने ऐसा करामात किया है कि कांग्रेस से भी बड़ी पार्टी बनकर उभरी है।
बिहार में ओवैसी की पार्टी ने 25 सीटों पर चुनाव लड़ा है। इनमें से ज्यादा सीमांचल क्षेत्र में ओवैसी ने अपने उम्मीदवार उतारे हैं। जानिए बिहार में ओवैसी की पार्टी AIMIM को कितने सीटें मिलने का अनुमान है।
असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM ने तेलंगाना विधानसभा चुनाव में सिर्फ 9 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे। बिहार विधानसभा चुनाव में औवैसी ने 25 सीटों पर उम्मीदवार उतार कर सबको चौंकाया है। बिहार में ओवैसी की पार्टी से दो हिंदू उम्मीदवार भी चुनाव लड़ रहे हैं।
बिहार में थम गया चुनाव प्रचार. दूसरे और आख़िरी चरण में 11 नवंबर को 20 ज़िलों की 122 सीटों पर होगी वोटिंग
बिहार के मुस्लिम मोहल्लों में वोटर की राजनीति गरमाई हुई है। कई लोग तेजस्वी यादव को पसंद करते हैं तो कई असदुद्दीन ओवैसी का साथ देते हैं।
कैसे बिहार चुनाव में ओवैसी और अन्य मुस्लिम नेताओं का वोटबैंक पर प्रभाव पड़ सकता है? क्या मुस्लिम समुदाय के नेता वोटों में बंटवारा करेंगे और इसका असर चुनावी नतीजों पर पड़ेगा? जानें इस राजनीतिक मुद्दे पर अहम विश्लेषण।
AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने बिहार चुनाव को लेकर मुस्लिम समाज से अपील की कि अपनी लीडरशिप खड़ी करने के लिए AIMIM को वोट दें। महागठबंधन के लिए दरी बिछाने का काम ना करें।
असदुद्दीन ओवैसी ने जानकारी दी है कि उनकी पार्टी AIMIM तेलंगाना में आगामी जुबली हिल्स विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार का समर्थन करेगी। आइए जानते हैं कि ओवैसी ने ये फैसला क्यों लिया है।
असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM ने बिहार की ढाका सीट पर हिंदू नेता राणा रंजीत सिंह को पार्टी का उम्मीदवार बनाया है। राणा रंजीत सिंह अब अपने अंदाज से सुर्खियां बटोर रहे हैं।
AIMIM उम्मीदवार तौसीफ आलम के कार्यक्रम में बिरयानी की जमकर लूट हुई। इस दौरान लोगों के बीच धक्का-मुक्की और हाथापाई भी हुई, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर तीसरे गठबंधन का ऐलान हो चुका है। इस गठबंधन को ग्रैंड डेमोक्रेटिक अलायंस (GDA) नाम दिया गया है।
प्रशांत किशोर की पार्टी जनसुराज बिहार विधानसभा चुनाव के मैदान में जोर-शोर से कूद चुकी है। पार्टी ने अब तक 116 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा भी कर दी है। हालांकि, सोमवार को पार्टी को एक बड़ा झटका लगा है।
पार्टी ने विधानसभा की 100 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने का ऐलान कर सियासी गलियारों में एक नई हलचल पैदा कर दी है। इसे एक तरह से तीसरे मोर्चे की सुगबुगाहट माना जा रहा है।
बिहार विधानसभा चुनावी की तारीख सामने आ चुकी है। इस चुनाव में खास नजर प्रशांत किशोर, तेज प्रताप यादव और असदुद्दीन ओवैसी पर रहने वाली है। देखना होगा कि क्या ये तीनों नेता बिगाड़ देंगे NDA या महागठबंधन का खेल।
2020 विधानसभा चुनाव में भी ओवैसी की पार्टी ने सीमांचल में अच्छा प्रदर्शन किया था। इस बार भी उन्हें बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद होगी। हालांकि, इसका नुकसान महागठबंधन को हो सकता है।
AIMIM पार्टी के प्रमुख ने बिहार के सीमांचल में सभा को संबोधित किया है और राजद नेता तेजस्वी यादव पर जमकर निशाना साधा है। ओवैसी ने कहा है कि कोई अगर हमसे सियासी लड़ाई लड़ना चाहता है तो हम हमेशा तैयार रहते हैं।
तेजस्वी यादव के रोजगार वाले बयान पर कटाक्ष करते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने पूछा कि उन्हें यह भी बताना चाहिए कि बिहार में कितने युवा स्नातक पास हैं।
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