प्रदर्शनकारी किसानों के मामले को लेकर पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में मंगलवार को सुनवाई हुई। इस दौरान हाईकोर्ट ने किसानों को कड़ी फटकार लगाई है। साथ ही पंजाब सरकार से भी यह सुनिश्चित करने को कहा कि लोग कहीं भी बड़ी संख्या में एकत्र न हों।
हरियाणा के अतिरिक्त मुख्य सचिव ने कहा कि राज्य में मौजूदा कानून व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा के बाद पाया गया कि अंबाला, कैथल, जींद, हिसार, सिरसा, कुरुक्षेत्र और फतेहाबाद में हालात अब भी तनावपूर्ण बने हुए हैं।
India Tv Fact Check: राहुल गांधी की एक तस्वीर को वायरल करते हुए दावा किया जा रहा है वह भारत जोड़ो न्याय यात्रा छोड़कर किसान आंदोलन में शामिल हो गए हैं। हालांकि, फैक्ट चेक में कुछ और ही जानकारी सामने आई है।
प्रदर्शनकारी किसान हरियाणा के साथ लगती राज्य की सीमा पर दो बिंदुओं शंभू और खनौरी पर रुके हुए हैं। पंजाब के भीतर किसानों को आवाजाही में ज्यादा समस्या नहीं हुई लेकिन हरियाणा बोर्डर पर उन्हें रोक दिया गया।
सोशल मीडिया पर आए दिन ढेर सारे वीडियोज वायरल होते रहते हैं ऐसे में ये पता कर पाना कि कौन-सा सही है और कौन-सा फर्जी, मुश्किल है, इसलिए इंडिया टीवी आपके लिए ये फैक्ट चेक करता है।
दिल्ली आकर विरोध प्रदर्शन के लिए प्रयासरत किसानों को हरियाणा-पंजाब के शंभू बॉर्डर पर रोक लिया गया है। यहां इन्हें तितर-बितर करने के लिए आंसू गैसे के गोले का इस्तेमाल किया जा रहा है। आइए इस एक्सप्लेनर में जानते हैं इन गोलों के बारे में-
भारत बंद के कारण पंजाब में जनजीवन प्रभावित है। बसें सड़कों पर से गायब हैं। पंजाब रोडवेज, पनबस और पीआरटीसी कॉन्ट्रैक्ट वर्कर्स यूनियन संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के बंद के आह्वान का समर्थन कर रहे हैं।
किसानों के आंदोलन के बीच संयुक्त किसान मोर्चा ने शुक्रवार 16 फरवरी को ग्रामीण भारत बंद का आह्वान किया है। इस बंद में कई ट्रेड यूनियनों ने भी साथ देने की बात कही है।
दिल्ली और हरियाणा बॉर्डर पर किसानों द्वारा प्रदर्शन किया जा रहा है। आज संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा भारत बंद का आह्वान किया गया है। इसी बीच यहां भी किसानों द्वारा जोरदार प्रदर्शन किया जा रहा है। 1000 किसान 500 ट्रैक्टरों के साथ विरोध प्रदर्शन कर आगजनी और सड़कें जाम कर रहे हैं।
किसानों के 'दिल्ली चलो' मार्च का आज चौथा दिन है। संयुक्त किसान मोर्चा के भारत बंद का छिटपुट असर देखा जा रहा है। दिल्ली-एनसीआर की कई सड़कों पर लंबा जाम लग गया है।
चंडीगढ़ में हुई इस बैठक के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए सरकार ने कहा कि कुछ मुद्दों पर सहमति बनी है। हालांकि कुछ विषयों पर अभी वार्ता जारी है। अब रविवार को चौथे दौर की वार्ता भी चंडीगढ़ में ही होगी।
वीडियो में दिख रहा है कि लोगों की भीड़ पत्थर इकट्ठा करके ला रही है, फिर उन्हें तोड़कर पुलिस के ऊपर फेंक रही है। हरियाणा पुलिस ने हा कि यह एक साजिश है क्योंकि वे कैरी बैग में पत्थर लेकर आए थे और उन्होंने अपना चेहरा भी ढक लिया था।
सोशल मीडिया पर आए दिन कोई न कोई वीडियो या खबर वायरल होती ही रहती है। इस वीडियो में से कुछ वीडियो फर्जी होते हैं, ऐसे में लोगों को यह तय कर पाना कि कौन-सा असली है और कौन फर्जी, ये थोड़ा मुश्किल होता है। ऐसे में इंडिया टीवी आपके लिए इसकी सच्चाई तक पहुचने का काम करता है।
शंभू बॉर्डर पर संवाददाताओं को संबोधित करते हुए किसान मजदूर संघर्ष समिति के महासचिव पंधेर ने कहा कि प्रदर्शनकारी किसानों की मांगें मान ली जानी चाहिए। मोबाइल इंटरनेट सेवाओं के निलंबन का जिक्र करते हुए पंधेर ने आरोप लगाया कि सरकार 'हमें (किसानों को) मणिपुर की तरह कुचलना चाहती है।
किसानों के 'दिल्ली चलो' मार्च का आज तीसरा दिन है। प्रदर्शनकारी किसान फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) और ऋण माफी पर कानून सहित अपनी मांगों को लेकर केंद्र पर दबाव बनाने के लिए पंजाब और हरियाणा की शंभू और खनौरी सीमाओं पर दिल्ली की ओर मार्च करने के लिए रुके हुए हैं।
Farmer Protest LIVE Updates: किसानों का 'दिल्ली चलो' मार्च का आज दूसरा दिन है। प्रदर्शनकारी किसान पंजाब-हरियाणा शंभू बॉर्डर पर ट्रैक्ट्रर ट्रॉली के साथ डटे हैं
Farmer Protest: हरियाणा पुलिस के मुताबिक पंजाब पुलिस उन्हे बिल्कुल भी सहयोग नही कर रही है। हरियाणा पुलिस का बुधवार का एक्शन और भी सख्त होगा। हरियाणा पुलिस के मुताबिक शंभू बॉर्डर पर जो इंतजाम किए गए है,उन्हे तोड़ना,संभव नहीं है।
देश के 200 किसान संगठनों ने आज 13 फरवरी को 'दिल्ली चलो' मार्च की घोषणा की थी। इसके लिए हरियाणा और पंजाब से हजारों की संख्या में किसान दिल्ली के लिए निकले लेकिन, उन्हें रोक दिया गया। वहीं किसान नेताओं ने इसे लेकर केंद्र सरकार की आलोचना की है।
किसान संगठनों ने कहा कि अब सुबह एक बार फिर वो दिल्ली के लिए आगे बढ़ेंगे। किसान संगठनों ने कहा कि ये कोई नई मांगें नहीं हैं, ये सरकारों द्वारा की गई प्रतिबद्धताएं हैं। हमने सरकार को इनके बारे में याद दिलाने की कोशिश की।
केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा केंद्र सरकार के उस दल का हिस्सा थे जो कि किसनों से बात करने चंडीगढ़ गए थे। सोमवार की रात चंडीगढ़ में सरकार और किसानों के बीच हुई बैठक बेनतीजा हो गई थी।
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