रूस-यूक्रेन युद्ध अब महाविनाश की ओर आगे बढ़ चुका है। यह बात हम नहीं कह रहे, बल्कि बेलारूस की टेलीग्राफ एजेंसी के अनुसार बेलारूसी राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको ने साफ कहा है कि आक्रामकता की स्थिति में परमाणु हमले से इनकार नहीं किया जा सकता। बता दें कि अलेक्जेंडर पुतिन के परम मित्रों में हैं।
जेलेंस्की की सेना ने रूसी कब्जे वाले दोनेत्स्क पर फिर हावी होने का सनसनीखेज दावा किया है। यूक्रेन आर्मी के अनुसार उसने रूस द्वारा छीने इलाके दोनेत्स्क के एक गांव पर फिर से कब्जा कर लिया है। यह राष्ट्रपति पुतिन के लिए किसी झटके से कम नहीं है।
‘क्रेमलिन’ के प्रवक्ता पेसकोव ने कहा कि रूसी आपातकालीन टीम बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में मदद में जुटी है। रूस द्वारा नियुक्त क्षेत्रीय गवर्नर व्लादिमीर साल्दो ने दावा किया कि बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों से 4000 से ज्यादा लोगों को निकाला गया है।
यूक्रेन ने दो माह में तीसरी बार रूस पर बड़ा ड्रोन हमला किया है। रूसी मीडिया के अनुसार यह ड्रोन हमला रूस के सीमावर्ती शहर पर किया गया है, जिसमें 3 लोग घायल भी हो गए हैं। एक बिल्डिंग इस हमले में क्षतिग्रस्त हो गई है। इस बीच यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की का चुनौती भरा एक वीडियो संदेश प्रसारित किया जा रहा है।
रूस के इस ब्लास्ट से बांध टूट गया, जिससे अरबों गैलन पानी बह गया है। इस कारण यूक्रेन के कई छोटे शहर और निचले इलाकों में सैलाब आ गया है। लोगों के शव पानी में तैर रहे हैं।
यूक्रेन युद्ध के मैदान में भागता हुआ घर चर्चा का विषय बन गया है। भागते हुए घर का वीडियो कैद होने के बाद रूसी सैनिक भी हैरान हैं। दरअसल यूक्रेन खास रणनीति के तहत रूसी सैनिकों को विस्मित करने के लिए यह घर रूपी टैंक बनाया है। यह टैंक देखने में बिलकुल घर जैसा है, जिसे देखकर दुश्मन धोखा खा सकते हैं।
दो दिन पहले रूस ने यूक्रेन के नीप्रो नदी में बने नोवा काखोवका बांध को मिसाइल हमले से उड़ा दिया था। इसके बाद से हजारों लोगों को विस्थापित होना पड़ा है। आसपास के इलाके में भयंकर बाढ़ आ गई है। मकान, दुकान और घर तक नदी में बहने लगे हैं।
बांध टूटने के बाद पानी बढ़ता ही जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बांध के आसपास के 80 गांव पूरी तरह पानी में बह गए हैं। हर घंटे 8 इंच पानी बढ़ रहा है।
यूक्रेन ने रूस पर एक खास बांध को विस्फोट से उड़ाने का आरोप लगाया है। यूक्रेन कहा कि इससे बाढ़ आने का खतरा है।
यूक्रेन के सशस्त्र बलों के सामरिक संचार केंद्र ने टेलीग्राम पर कहा कि रूसी सेना "अपनी सूचना और मनोवैज्ञानिक संचालन को आगे बढ़ा रही है।" "यूक्रेनियन का मनोबल गिराने और समुदाय (अपनी खुद की आबादी सहित) को गुमराह करने के लिए, रूसी प्रचारक गलत जानकारी फैला रहे हैं।
अमेरिका को डर है कि कहीं रूस गुस्से में आकर यूक्रेन पर परमाणु हमला न कर दे। रूस ने अमेरिका के साथ परमाणु संधि को फरवरी में ही तोड़कर अपने खतरनाक इरादों का एहसास पूरी दुनिया को करा दिया।
रूस-यूक्रेन युद्ध में शांति वार्ता की पहल के तहत बीजिंग ने इस साल मई में शांति प्रस्ताव पेश किया था, लेकिन यूक्रेन के सहयोगी देशों ने जोर दिया था कि पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अपनी सेना यूक्रेन से वापस बुलाएं।
रूस और यूक्रेन की लड़ाई का कोई अंत होता नहीं दिख रहा है। यूक्रेनी सुरक्षा बल रूसी सेनाओं का डटकर मुकाबला कर रहे हैं। यूक्रेन ने रूस की दर्जनों क्रूज मिसाइलों को मार गिराने का दावा किया है।
एक रूसी मिसाइल दिन के उजाले में यूक्रेन की राजधानी कीव पर ट्रैफिक के बीच आ गिरी। यह बैलेस्टिक मिसाइल थी, जो सड़कों के बीचोंबीच चलते वाहनों पर आकर गिरी और फिर ब्लास्ट हुआ।
दक्षिणी रूस में स्थित दो बड़ी आइल रिफाइनरी यूक्रेन के ड्रोन हमले के कारण धू धू करके जल उठी है। इन तेल कारखानों से विश्व का 1.5 प्रतिशत तेल एक्सपोर्ट किया जाता है। हमले से तेल के निर्यात में बाधा आई है।
यूक्रेन के जापोरिज्जिया परमाणु संयंत्र पर रूसी हमले की योजना के इनपुट से हड़कंप मच गया है। संयुक्त राष्ट्र ने दोनों देशों से अपील की है कि किसी भी नाभिकीय रिएक्टर को इस तरह निशाना नहीं बनाया जाए।
एक महीने में दूसरी बार यूक्रेन ने रूस के राष्ट्रपति को निशाना बनाकर ड्रोन हमला करके खलबली मचा दी है। इससे यह भी साफ है गया है कि पुतिन का ठिकाना भी सुरक्षित नहीं रह गया है। इसे रूस के लिए बड़ा सैटबैक माना जा रहा है।
रूस और यूक्रेन के बीच चल रहा महायुद्ध अब खतरनाक मोड़ ले सकता है। यूक्रेन ने मास्को के रिहायशी इलाकों में ड्रोन से हमला किया है, जिसमें राष्ट्रपति पुतिन का आवास भी शामिल है।
रिपोर्ट के अनुसार, वायुसेना के प्रवक्ता यूरी इहनाट ने कहा कि ताजा हमले में इस्कंदर बैलिस्टिक मिसाइलों को इस्तेमाल किया गया था और यह संभव है कि एस-300 और एस-400 मिसाइलें भी दागी गई हों।
कीव दिवस के आयोजन की तैयारियों के बीच रविवार तड़के यूक्रेन की राजधानी युद्ध की शुरुआत के बाद से सबसे बड़े ड्रोन हमले का शिकार हुई।
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