रूस की राजधानी मॉस्को के बाहर शुक्रवार सुबह एक यूक्रेनी ड्रोन को मार गिराया गया। यह इस महीने में रूस के राजधानी क्षेत्र पर तीसरा यूक्रेनी ड्रोन हमला या हमले का प्रयास था।
रूस-यूक्रेन युद्ध अब और अधिक भयावह होने जा रहा है। इसकी वजह उत्तर कोरिया की युद्ध में अप्रत्यक्ष एंट्री है। इन दिनों रूस के रक्षामंत्री सर्गेई शोइगू हथियार खरीदने के लिए उत्तर कोरिया के दौरे पर हैं। साथ में चीन के प्रतिनिधि भी हैं। किम जोंग ने अपने सारे हथियारों की प्रदर्शनी दिखाई है।
रूस और यूक्रेन की जंग के बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने गुरुवार को कहा कि दक्षिण-पूर्वी यूक्रेन के जपोरिजिया क्षेत्र में भीषण युद्ध हो रहा है।
उत्तर कोरिया की यूक्रेन युद्ध में एंट्री से नया मोड़ आ गया है। घातक मिसाइलों और परमाणु हथियारों के लिए जाना जाने वाला उत्तर कोरिया अब यूक्रेन के खिलाफ रूस की सैन्य मदद करेगा। उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने रूसी रक्षामंत्री सर्गेई शोइगू से मुलाकात की और अपने जखीरे के हथियारों का निरीक्षण भी कराया।
रूस ने यूक्रेन के ऐतिहासिक स्थल पर बड़ा हमला कर दिया है। ऐतिहासिक कैथेड्रल पर ताबड़तोड़ रूसी बमबारी के कारण स्थानीय लोगों में रूस के खिलाफ आक्रोश बढ़ गया है।
रूस का कहना है कि सोमवार सुबह यूक्रेन के दो ड्रोन्स को मॉस्को के आसमान में मार गिराया गया। रूस के रक्षा मंत्रालय ने बयान जारी कर आरोप लगाया कि कीव ने मॉस्को में ड्रोन्स के जरिए आतंकी घटना को अंजाम देने की कोशिश की।
डेढ़ साल से रूस के साथ जंग लड़ रहे यूक्रेन का हौसला पस्त नहीं हो रहा है। यूक्रेन ने क्रीमिया में रूस के हथियार गोदामों को ड्रोन हमले में नष्ट कर दिया है।
रूस और यूक्रेन युद्ध के बीच बुल्गारिया ने बड़ा कदम उठाया है। उसने रूस के हमले के खिलाफ यूक्रेन की मदद के लिए सैन्य उपकरण भेजने की अपनी नीति में बदलाव किया है।
रूस और यूक्रेन की लड़ाई जारी है। रूस के ताजा हमले में खेत और अग्निशमन उपकरण नष्ट हो गए। किपर ने कहा कि हमले में दो लोग घायल हुए हैं, जबकि 100 मीट्रिक टन मटर और 20 मीट्रिक टन जौ नष्ट हो गया।
रूसी सेना ने यूक्रेन के ओडिसा बंदरगाह पर मायकोलैव पर बड़ा मिसाइल हमला किया है। इससे पूरा यूक्रेन थर्रा उठा है। रूस के इस भीषण हमले ने यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की को बड़ा सदमा दिया है। जेलेंस्की ने हमले का वीडियो शेयर करते रूस को आतंकी कहा है। लिखा कि तुम्हारे पास हमारी इच्छाशक्ति से ताकतवर कोई मिसाइल नहीं है।
रूस की निजी सेना वैगनर आर्मी चीफ येवगिनी प्रिगोझिन का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह अपनी सेना से बातचीत करते हुए भविष्य का प्लान बता रहा है। प्रिगोझिन यूक्रेन की लड़ाई की निंदा भी करता सुना जा सकता है। हालांकि वह फिर यूक्रेन लौट सकने की संभावना से भी इंकार नहीं करता। अपने अफ्रीका प्लान को भी बताता है।
अमेरिका का दावा किया है कि रूस काला सागर में यूक्रेन के असैन्य पोतों को निशाना बनाने की तैयारी कर रहा है। अमेरिका का यह दावा रूस और यूक्रेन के बीच खाद्यान्न समझौता टूटने और यूक्रेन द्वारा क्रीमिया ब्रिज पर किए गए हमले के बाद आया है।
नई दिल्ली में सितंबर में जी-20 शिखर सम्मेलन होने जा रहा है। ऐसे में यूक्रेन संकट के समाधान को लेकर भारत को जी-20 का अध्यक्ष होने के नाते संयुक्त घोषणापत्र जारी करना है। इसमें जी-20 के अन्य सभी देशों की सहमति लेना होगा। अपने मित्र देश रूस का भी भारत को खयाल रखना होगा। पीएम मोदी की जादुई कूटनीति इस संकट का समाधान करेगी।
रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने क्रीमिया के समुद्री ब्रिज पर यूक्रेन के तथाकथित ड्रोन हमले का सिर्फ 24 घंटे में बदला ले लिया है। यूक्रेन के अनुसार रूसी सेना ने उसके ओडिसा पोर्ट पर बड़ी एयर स्ट्राइक की है। इससे वहां की सभी सुविधाें रोक दी गई हैं। अभी हमले से हुए नुकसान का आकलन नहीं किया जा सका है।
रूस को क्रीमिया से जोड़ने वाले समुद्री ब्रिज पर यूक्रेन ने ही ड्रोन से हमला किया था। अब रूस ने हमले के 24 घंटे के भीतर इसके एक लेन को फिर से हल्के वाहनों के लिए चालू कर दिया है। वहीं पुतिन ने यूक्रेन से इस हमले का बदला लेने की कसम खा ली है। इससे यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की की टेंशन बढ़ गई है।
क्रीमिया को रूस के मुख्य भूभाग से जोड़ने वाले महत्वपूर्ण पुल के एक हिस्से के विस्फोट में क्षतिग्रस्त होने के बाद सोमवार को इस पर यातायात रोक दिया गया। रूस ने इस घटना के लिए यूक्रेन को जिम्मेदार बताया है।
रूस-यूक्रेन युद्ध में बड़ा मोड़ आ गया है। यूक्रेन द्वारा क्रीमिया को रूस से जोड़ने वाले समुद्री पुल को बम विस्फोट से उड़ा देने की खबरें आ रही हैं। हालांकि यूक्रेन ने अब तक इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है। पुल के ऊपर एक हेलीकॉप्टर को विस्फोट करते देखा जा सकता है। हमले में रूस ने 2 लोगों की मौत की पुष्टि भी की है।
क्लस्टर बमों की गिनती दुनिया के सबसे खतरनाक बमों मे है। यह जब फटते हैं तो परमाणु बमों की तर्ज पर इनमें हजारों छोटे-छोटे बम निकलते हैं, जो जहां गिरते हैं वहां तबाही का सैलाब ला देते हैं। पहले क्लस्टर बम का इस्तेमाल द्वितीय विश्वयुद्ध में जर्मनी और रूस ने किया था। अब रूस-यूक्रेन युद्ध में क्लस्टर के इस्तेमाल का खतरा है।
रूस और यूक्रेन में अब क्लस्टर बमों की जंग छिड़ने वाली है। अगर ऐसा हुआ तो भारी संख्या में आम नागरिकों की लाशें बिछ सकती हैं। दरअसल रूस को युद्ध में पिछड़ता देख अमेरिका ने कीव को क्लस्टर बमों की खेप भेज दी है। अब पुतिन ने चेताया है कि रूस के भंडार भी क्लस्टर बमों से भरे पड़े हैं।
रूस-यूक्रेन युद्ध की मौजूदा स्थिति को देखते हुए नाटो शिखर सम्मलेन के दौरान जी-7 देश यूक्रेन को दीर्घकालिक सुरक्षा की घोषणा करने वाले हैं। इससे यूक्रेन को रूस से युद्ध लड़ने के लिए नाटो और यूरोपीय देश हथियार व अन्य मदद देते रहेंगे। इससे रूस की दिक्कतें और बढ़ सकती हैं।
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