Figs Interesting Facts: भारत में कई तरह के ऐसे ड्राई फ्रूट मिलते हैं जो अनेकों पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। अन्य दिनों और मौसमों की तुलना में सर्दियों में तो लोग ड्राई फ्रूट का सेवन कुछ ज्यादा ही करले लगते हैं। एक ऐसा ही ड्राई फ्रूट अंजीर है जो कि गुणकारी तत्वों की खान कहा जाता है। इसे लेकर लोगों में कई तरह की भ्रान्तियां फैली हुई हैं। मगर इन भ्रान्तियों में सबसे ज्यादा प्रचलित है अंजीर के वेज या नॉनवेज होने की बात। क्या आपको मालूम है कि, अंजीर वेज है या नॉनवेज ? यदि आप नहीं जानते हैं तो ठहरिए आज हम आपको सोशल मीडिया पर यूजर्स के बीच वायरल हो रहे इस प्रश्न का जवाब दे देते हैं।
भारत में अंजीर उत्पादन
रिपोर्ट्स के मुताबिक, अंजीर का उत्पादन यूं तो भारत के कई राज्यों में होता है। मसलन, गुजरात, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक और तमिलनाडु। मगर इन सबमें महाराष्ट्र को अंजीर का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य माना जाता है। मुख्य रूप से पुणे और उसके आसपास के इलाकों में अंजीर की खेती होती है। इन क्षेत्रों में लगभग 900 हेक्टेयर जमीन पर इसकी फसल होती है। पुणे में होने वाली अंजीर को 'पूना अंजीर' कहा जाता है जो कि मीठे स्वाद और मुलायम बनावट के लिए बहुत पसंद की जाती है।

अंजीर के रोचक तथ्य (Figs Interesting Facts)
- अंजीर मानव द्वारा उगाए जाने वाले पहले पौधों में से एक है, जिसकी खेती के प्रमाण 9400-9200 ईसा पूर्व के हैं।
- अंदर के कुरकुरे टुकड़े बीज नहीं हैं, बल्कि अलग-अलग छोटे फल हैं जिन्हें एकेन कहा जाता है, और प्रत्येक अंजीर में सैकड़ों की संख्या में ये होते हैं।
- महाराष्ट्र की'पूना अंजीर' रसीले गूदे और लंबे समय तक फ्रेश बने रहने के गुण के कारण पूरे लोगों की पसंद है।
- अंजीर सूखे मौसम में अच्छी तरह उगती है। इसके पौधे अच्छी अंजीर देने के लिए गर्म मौसम और सूखी मिट्टी चाहते हैं यही वजह है कि, कम नमी वाले क्षेत्र खेती के लिए उपयुक्त माने जाते हैं।
- भारत सूखे अंजीर का निर्यातक है। बड़े पैमाने पर उत्पादन न होने के बाद भी भारत मिडिल ईस्ट के देशों को सूखे अंजीर भेजता है।
- प्राचीन यूनानी लोग अंजीर को एक पवित्र फल और प्रेम, उर्वरता और विजय का प्रतीक मानते थे।
- प्रारंभिक ओलंपिक एथलीटों ने इन्हें प्रशिक्षण भोजन के रूप में इस्तेमाल किया और विजेताओं को इन्हें "पदक" के रूप में दिया गया।
अंजीर नॉनवेज क्यों मानी जाती है (Why Fig Called Nonveg)
रिपोर्ट्स में कई जानकार बताते हैं कि अंजीर का निर्माण एक पूरी प्रक्रिया के तहत होता है। इसका फल एक उल्टे बंद आकार के फूल में होता है। चूंकि, फूल की आकृति ऐसी होती है कि हवा या मधुमक्खी पराग नहीं फैला पाते। ऐसे में परागण करने वाली ततैया अंजीर के फूल को फल बनने में सहायता करती हैं। मगर वे ततैया फूल के अंदर ही कैद हो जाती हैं और उनकी वहीं पर मृत्यु हो जाती है। इतना कुछ होने के बाद फूल धीरे-धीरे फल में बदलना शुरू होते हैं। अंजीर में मौजूद फिसिन नामक एंजाइम में ततैया का शरीर पच जाता है, जिससे यह एंजाइम ततैया के शरीर को प्रोटीन में तोड़ देता है। यही वजह है कि लोग अंजीर को नॉनवेज समझ लेते हैं, जबकि ये सामान्य प्रक्रिया है जो कि कई फलों के साथ होती है।

क्या शाकाहारी लोग अंजीर खा सकते हैं
veganfoodandliving की रिपोर्ट के मुताबिक- हां, अंजीर शाकाहारी हैं। अंजीर का परागण पूरी तरह से प्राकृतिक और पारस्परिक रूप से लाभकारी प्रक्रिया है जो अंजीर की कुछ किस्मों में होती है, लेकिन सभी में नहीं। इसके अलावा, कुछ लोगों की सोच के विपरीत, अंजीर के कुरकुरे टुकड़े बीज होते हैं, न कि ततैया के अवशेष।

यदि आप शुद्ध शाकाहारी हैं और धार्मिक मान्यताओं के चलते कन्फ्यूज हैं तो इस फल के सेवन से बिल्कुल परहेज भी कर सकते हैं।
डिस्क्लेमर: इस खबर में दी गई जानकारी सोशल मीडिया और रिपोर्ट्स में किए गए दावों पर आधारित है। इंडिया टीवी किसी भी प्रकार के दावे की प्रमाणिकता की पुष्टि नहीं करता है।
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