तेल अवीव: गाजा में इजरायल का कहर जारी है। इजरायल की ओर से गाजा में लगातार भीषण हमले किए जा रहे हैं। इस बीच गाजा में रात भर हुए हवाई हमलों और गोलीबारी में 82 लोगों की मौत हो गई है। मृतकों में 38 ऐसे लोग हैं जो आवश्यक मानवीय सहायता सामग्री प्राप्त करने का प्रयास करते समय मारे गए। गाजा के अस्पतालों और स्वास्थ्य मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को इस बारे में जानकारी दी है। इजरायल की सेना ने बुधवार रात और बृहस्पतिवार सुबह गाजा में हुए हमलों पर तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की है।
कहां हुए हमले?
इजरायल की ओर से किए गए हमलों में ‘गाजा ह्यूमैनिटेरियन फाउंडेशन’ से जुड़े स्थलों के आसपास 5 लोगों की मौत हुई है। इसके अलावा गाजा पट्टी में अन्य स्थानों पर सहायता सामग्री की आपूर्ति करने वाले ट्रकों का इंतजार कर रहे 33 अन्य लोग मारे गए है। ‘गाजा ह्यूमैनिटेरियन फाउंडेशन’ इजरायल समर्थित नव निर्मित अमेरिकी संगठन है, जो गाजा पट्टी में आबादी को भोजन उपलब्ध कराने में मदद करता है।
पीएम नेतन्याहू ने दिया था बड़ा बयान
बता दें कि, इजरायल की इन हमलों से पहल प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बड़ा बयान दिया था। नेतन्याहू ने साफ कहा था कि युद्ध के बाद के गाजा में हमास का अस्तित्व नहीं रहेगा। इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को कहा था कि इजरायल ने गाजा में 60 दिनों के युद्ध विराम की शर्तों पर सहमति जताई है।
तबाह हो गया गाजा
हाल ही में गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने की ओर से इस बात की जानकारी दी गई थी कि इजरायल के 21 महीने से जारी सैन्य अभियान में गाजा में 56 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह भी बताया था कि घायलों की संख्या एक लाख के पार है। इजरायली सेना के हमलों के बाद गाजा खंडहर में तब्दील हो गया है और हर तरफ इमारतों का मलबा नजर आ रहा है। हालात ऐसे बन गए हैं कि यहां लोगों को मूलभूत सुविधाएं तक नहीं मिल पा रही हैं।
कैसे शुरू हुई जंग
इजरायल ने गाजा में अपना सैन्य अभियान तब शुरू किया था जब हमास के सात अक्टूबर, 2023 को दक्षिणी इजरायल में आतंकी हमला किया था। हमास के आतंकियों ने इजरायल में हमला करते हुए लगभग 1,200 लोगों को मार डाला था, 251 अन्य लोगों को बंधक बना लिया था। (एपी)
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