मारुति सुजुकी ने कहा कि उसने निजी क्षेत्र के ऋणदाता के साथ एक सहमति पत्र (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसके तहत ग्राहक कर्नाटक बैंक की 858 शाखाओं पर इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं।
7.5 प्रतिशत की ब्याज दर पर 5 साल के लिए कर्ज की ईएमआई 2004 रुपये प्रति लाख होगी। इसके साथ ही इस ऑफर में बैंक प्रोसेसिंग फीस भी नहीं ली जाएगी। वहीं लोन की जानकारी आप एक मिस्ड कॉल पर भी पास सकते हैं।
एसबीआई ने अपने ट्विट में लिखा है कि आप एसबीआई के साथ 7.50 प्रतिशत की ब्याज दर, निल प्रोसेसिंग फीस और कई अन्य लाभ का फायदा उठा सकते हैं।
कंपनी ने अपने बयान में कहा कि स्मार्ट फाइनेंस उपभोक्ताओं को वाहन फाइनेंस जरूरत के लिए वन-स्टॉप-शॉप समाधान उपलब्ध कराएगा।
कंपनी के मुताबिक त्योहारों के बाद मांग में गिरावट देखने को मिली है लेकिन ये उतनी नहीं है जितने की आशंका लगाई गई थी। लेकिन वाहन क्षेत्र में स्थिर और लंबी मांग अर्थव्यवस्था और कोविड-19 के टीके के विकास पर निर्भर करेगी।
त्योहारी मौसम के इस अभियान में 7.99 प्रतिशत की दर पर कार लोन भी उपलब्ध कराया जाएगा। इसमें वाहन के ऑन रोड मूल्य पर 100 प्रतिशत कर्ज उपलब्ध कराया जाएगा।
बैंक ने कहा कि होम लोन की शुरुआत 7 प्रतिशत वार्षिक ब्याज दर के साथ होगी। एसबीआई में 30 लाख रुपए तक के होम लोन पर प्रभावी ब्याज दर 7 प्रतिशत है और महिलाओं होम लोन पर 0.05 प्रतिशत की छूट दी जा रही है।
देशभर में SBI के 43 करोड़ से ज्यादा खाते हैं और बैंक अपने ग्राहकों को होमलोन, पर्सनल लोन, ऑटो लोन, गोल्ड लोन और एजुकेशन लोन जैसी तमाम तरह की सुविधाएं देता है। ऐसे में जानना जरूरी है कि अलग-अलग लोन पर SBI कितना ब्याज लेता है
loan moratorium: कोरोना संकट से जूझ रही देश की जनता को केंद्र सरकार एक बड़ी राहत देने की तैयारी कर रही है।
कुछ कार कंपनियां शुरुआती कुछ EMI एक हजार रुपये प्रति लाख से कम पर ऑफर कर रही हैं
नई कारों पर कम डाउनपेमेंट से लेकर कम ईएमआई तक के विकल्प दिए गए हैं
मारुति ने आज कार लेने पर EMI दो महीने बाद शुरू करने की स्कीम पेश की है
महिंद्रा और टाटा मोटर्स ने आसाना कर्ज की कई योजनाओं का ऐलान किया
एचडीबीएफएस नई और पुरानी दोनो तरह की कार पर लोन देगी
वित्त वर्ष 2019-20 में एमसीएलआर में यह छठवीं बार कटौती की गई है।
यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया (यूबीआई) और इलाहाबाद बैंक ने ग्राहकों को नीतिगत दरों में कटौती का लाभ देने के लिए अपने कुछ ऋण उत्पादों को रेपो दर से जोड़ने का फैसला किया है। बैंक अधिकारियों ने शुक्रवार को यह बात कही।
भारतीय ऑटो उद्योग इस समय मंदी के दौर से गुजर रहा है। इस साल जुलाई में ऑटो बिक्री अपने 20 साल के निम्नतम स्तर पर पहुंच गई है।
महंगाई की मार झेल रहे आम-लोगों पर अब महंगी ब्याज दरों की मार पड़ने वाली है। 1 अक्टूबर से देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने नई ब्याज दरें लागू कर दी हैं।
फिक्स दरों पर लिए लोन के अलावा अन्य सभी लोन पर MCLR मे बदलाव का असर पड़ता है
सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 68वें जन्मदिन के मौके पर BJP ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सरकार की 4 साल की उपलब्धियां गिनाई हैं
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