World Earth Day 2019: हर साल 22 अप्रैल को विश्व प्रथ्वी दिवस (World Earth Day) मनाया जाता है। जिसे मनाने का सबसे बड़ा कारण है कि प्रथ्वी और पर्यावरण के प्रति लोगों को जागरुक करना है। इस दिन हर कोई पृथ्वी को बटाने का संकल्प करता है। जानें इसके मनाने का कारण और इस बार की क्या थीम है।
हमारी धरती तेजी से गर्म होती जा रही है और इसपर जल्द ही कुछ नहीं किया गया तो यहां रहना मुश्किल हो जाएगा।
पृथ्वी से नज़दीकी के कारण 7 जुलाई से लेकर 7 सितंबर तक मंगल की चमक औसत से अधिक रहेगी। पृथ्वी के उत्तरी गोलार्ध में ये बिना टेलीस्कोप के देखा जा सकेगा लेकिन टेलीस्कोप से देखने पर इसे और अच्छे से देखा जा सकेगा।
चीन की निष्क्रिय हो चुकी अनियंत्रित अंतरिक्ष लैब अगले 24 घंटे में पृथ्वी के वायुमंडल में फिर से प्रवेश करते ही खगोलीय आग का गोला बन जाएगी, जिसके ऑस्ट्रेलिया से लेकर अमेरिका तक कहीं भी गिरने की आशंका है।
अब एलियंस पर शोध कर रहे लोगों का कहना है कि अगर एलियंस कोई मैसेज भेजें, तो उसे नहीं खोलने में ही भलाई है।
वैज्ञानिकों के बीच यह भी विवाद बना हुआ है कि क्या क्षुद्र ग्रह के टकराने या किसी ज्वालामुखी विस्फोट के कारण भारत के दक्कन क्षेत्र में सब कुछ समाप्त हो गया था, जिसके कारण गैर-पक्षी समूह के जीव डायनासोर मर गए...
आगामी बुधवार यानी 31 जनवरी को साल का पहला चंद्रग्रहण दिखाई देगा। यूं तो हर साल चंद्रग्रहण दिखाई देता है लेकिन इस बार यह बेहद ही खास होगा। इस बार आपको आसमान में ब्लडमून और ब्लूमून साथ में दिखाई देगा।
पृथ्वी पर रहने वाले जीवों के लिए रक्षाकवच के तौर पर काम करने वाली ओजोन लेयर के क्षरण में कमी आई है...
ब्रिटेन के भौतिक वैज्ञानिक स्टीफन हॉकिंग ने हाल ही में चेतावनी दी है कि बढ़ती आबादी और अधिक मात्रा में ऊर्जा की खपत के कारण 600 सालों से भी कम समय में पृथ्वी एक आग के गोले में बदल जाएगी।
एक अध्ययन में यह बात सामने आई है कि आगामी 80 वर्षों में हमारे ग्रह का तापमान दो डिग्री से 4.9 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ सकता है जो कि 2016 के पेरिस समझौते में निर्धारित लक्ष्य से बहुत अधिक है।
दुनिया में कई ऐसे जीव हैं, जो अपनी खासियतों से इंसानों को चौंकाते रहे हैं। ऐसा ही एक जीव है टार्डिग्रेड या जल रीछ। इस जीव को मॉस पिगलेट्स के नाम से जाना जाता है।
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