Monday, April 29, 2024
Advertisement

Wagner Group के बाद अब "चेचन्या की ये शक्तिशाली सेना बनेगी यूक्रेन का काल", रूस ने किया अनुबंध पर हस्ताक्षर

रूस-यूक्रेन युद्ध में इस वक्त सबसे बड़ी खबर आ रही है कि राष्ट्रपति पुतिन ने भाड़े के सैनिक वैगनर के बाद अब चेचन्या की शक्तिशाली सेना को युद्ध के मैदान में भेजने का निर्णय लिया है। येवगेनी प्रिगोझिन के वैगनर सेना ने गोला-बारूद इत्यादि की कमी का बहाना करते हुए आगे अनुबंध पर हस्ताक्षर से इनकार कर दिया था।

Dharmendra Kumar Mishra Written By: Dharmendra Kumar Mishra @dharmendramedia
Updated on: June 12, 2023 19:19 IST
चेचन्या की सेना यूक्रेन में मोर्चे को तैयार- India TV Hindi
Image Source : FILE चेचन्या की सेना यूक्रेन में मोर्चे को तैयार

रूस के राष्ट्रपति पुतिन यूक्रेन को तबाह करने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं। रूसी भाड़े की सेना येवगेनी प्रिगोझिन के वैगनॉर ग्रुप द्वारा यूक्रेन में अब आगे का युद्ध लड़ने से इन्कार करने के बाद पुतिन ने चेचन्या की सेना से हाथ मिला लिया है। चेचन्या की सेना ने यूक्रेन में युद्ध लड़ने के लिए रूसी रक्षामंत्रालय के साथ एक अनुबंध पर हस्ताक्षर भी कर दिया है। जल्द ही यूक्रेन के मैदान में चेचन्या की सेना तबाही मचाती नजर आएगी। रूस के रक्षा मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि उसने रूस के शक्तिशाली भाड़े के प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन के युद्ध से इनकार करने के एक दिन बाद चेचन विशेष बलों के अखमत समूह के साथ एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए हैं।

समझौते पर हस्ताक्षर इस आधार पर किया कि सभी "स्वयंसेवक इकाइयों" को रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगू के नियंत्रण में लाने के लिए 1 जुलाई तक अनुबंध पर हस्ताक्षर करना चाहिए। क्योंकि मास्को यूक्रेन में अपनी ओर से लड़ने वाली निजी सेनाओं पर अपना नियंत्रण रखना चाहता है। बदले में, स्वयंसेवक सेनानियों को नियमित सैनिकों के समान लाभ और सुरक्षा मिलेगी, जिसमें उनके और उनके परिवारों के घायल होने या मारे जाने पर समर्थन शामिल है। रूसी रक्षा मंत्रालय के साथ जंग छेड़ने वाले प्रिगोझिन ने रविवार को कहा कि यदि यूक्रेन में वैगनर भाड़े के सैनिकों को पर्याप्त गोला-बारूद की आपूर्ति करने में रूस विफल रहता है तो वह आगे इस तरह के किसी भी अनुबंध पर हस्ताक्षर करने से इंकार कर देंगे। उन्होंने कहा कि शोइगू "सैन्य संरचनाओं का ठीक से प्रबंधन नहीं कर पा रहे हैं"।

चेचन्या की शक्तिशाली सेना है अखमत समूह

सोमवार को रूसी रक्षा मंत्रालय ने जिस अखमत अर्धसैनिक समूह के साथ अनुबंध पर हस्ताक्षर किया, वह अक्सर रूस के चेचन्या क्षेत्र के नेता रमजान कादिरोव की निजी सेना कही जाती है। प्रिगोझिन के विपरीत, कादिरोव ने हाल ही में रूसी रक्षा मंत्रालय की आलोचना करने से परहेज किया है। ऐसे में दोनों सैन्य समूहों के सदस्य एक दूसरे के आमने-सामने आ गए हैं। गुरुवार को कादिरोव के करीबी सहयोगियों में से एक ने प्रिगोज़िन को एक ब्लॉगर के रूप में पेश किया जो हर समय समस्याओं के बारे में चिल्लाता है। अनुबंध पर हस्ताक्षर करने में भाग लेने वाले अख्मत कमांडर आप्टी अलाउदिनोव ने कहा कि यूनिट ने पिछले 15 महीनों में यूक्रेन को "हजारों स्वयंसेवकों को तैयार और भेजा है"।

अखमत सेना पूर्वी दोनेत्स्क में चला रही अभियान

मास्को ने शुक्रवार को कहा कि अखमत सेना पूर्वी यूक्रेन के दोनेत्स्क क्षेत्र में मैरींका शहर के पास एक आक्रामक अभियान चला रही है। समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद रक्षा मंत्रालय की वेबसाइट ने अलाउदिनोव के हवाले से कहा, "मुझे लगता है कि यह बहुत अच्छी बात है।" रूस के जनरल स्टाफ के उप प्रमुख, कर्नल जनरल एलेक्सी किम ने चेचेन के साथ समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद कहा कि उन्हें उम्मीद है कि अन्य स्वयंसेवी इकाइयां सूट का पालन करेंगी।

यह भी पढ़ें

लंदन में भारतीय उच्चायोग पर हमला करने वाले देशद्रोही खालिस्तानियों की अब नहीं होगी खैर, NIA ने मांगा ब्यौरा

हार मानने को तैयार नहीं है यूक्रेनी सेना, रूस द्वारा छीने गए दोनेत्स्क के इस इलाके पर फिर कीव ने कर लिया कब्जा

Latest World News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Asia News in Hindi के लिए क्लिक करें विदेश सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement