CBI ने एक्सीडेंट वाली जगह से अहम सबूत जुटाए हैं। रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ओडिशा ट्रेन एक्सीडेंट की जांच CBI से किए जाने की बात कही थी, जिसके बाद CBI की एक टीम एक्सीडेंट साइट पर पहुंची।
ओडिशा के विभिन्न अस्पतालों में करीब 200 लोगों का इलाज चल रहा है। दुर्घटना में मरने वाले 278 लोगों में से 101 शवों की अभी पहचान नहीं हो पाई है।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रविवार को कहा था कि रेलवे बोर्ड ने CBI से जांच की सिफारिश की है। इस मामले में ताजा खबर ये आई है कि अभी तक सीबीआई ने इस केस को टेकओवर नहीं किया है।
इस हादसे के बाद रेलवे ने बयान जारी कर कहा है कि यह हादसा भारतीय रेलवे से जुड़ा हुआ नहीं है। हादसा एक निजी नैरोगेज रेल लाइन पर हुआ है और यहां पटरी, इंजन और मालगाड़ी सभी एक निजी कंपनी की ही हैं।
ओडिशा के बालासोर में हुई भीषण ट्रेन दुर्घटना में सैकड़ों लोगों की जानें चली गई थीं। जिस ट्रैक पर ये हादसा हुआ आज सुबह फिर से उसी ट्रैक पर पैसेंजर ट्रेन और फिर वंदे भारत एक्सप्रेस पहली बार दौड़ी हैं। देखें वीडियो-
ओडिशा पुलिस ने बताया कि कुछ सोशल मीडिया अकाउंट बालासोर में हुए ट्रेन हादसे को सांप्रदायिक रंग दे रहे हैं। पुलिस ने लोगों से बालासोर दुर्घटना को लेकर इस तरह के भ्रामक और दुर्भावनापूर्ण पोस्ट शेयर करने से बचने का अनुरोध किया।
रेल हादसे के बारे में बोलते हुए रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव भावुक हो गए और कहा-हमारी जिम्मेदारी अभी खत्म नहीं हुई है। बता दें कि हादसे के बाद विपक्ष लगातार केंद्र सरकार पर हमलावर है और वैष्णव के इस्तीफे की मांग कर रहा है।
बालासोर में बहानागा रेलवे स्टेशन के पास जहां भयानक रेल हादसा हुआ था, वहां एक्सीडेंट के 51 घंटों के भीतर ही ट्रैक को बना लिया गया है और इस पर आज शाम हादसे के बाद पहली रेल गाड़ी दौड़ी। रेल मंत्री हादसे के बाद से लगातार वहां मौजूद हैं।
ओडिशा ट्रेन हादसे पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बड़ी घोषणा की है। उन्होंने कहा है कि रेलवे बोर्ड ने हादसे से संबंधित जांच की सिफारिश सीबीआई से की है।
ओडिशा के बालासोर में हुए भीषण रेल हादसे पर भारतीय उद्योगपति गौतम अडाणी ने शोक जताया है। उन्होंने कहा है कि उड़ीसा की रेल दुर्घटना से हम सभी बेहद व्यथित हैं।
ओडिशा ट्रेन हादसे में 288 लोगों की जान चली गई और लगभग 1000 लोग घायल हुए हैं। भारतीय रेल हादसों के इतिहास में यह अब तक का तीसरा सबसे बड़ा हादसा है।
ओडिशा रेल हादसे में मरने वालों में 7 लोग बिहार के हैं। इसके अलावा बिहार के 36 अन्य लोग घायल बताए जा रहे हैं, जबकि 6 लापता हैं। बिहार के जिन 7 लोगों की मौत हुई उनमें 3 मधुबनी जिले से, 2 जमुई जिले से, 1 नवादा और 1 पूर्वी चंपारण जिले से हैं।
ओडिशा में हुए ट्रेन हादसे पर रेलवे की प्रेस कांफ्रेंस जारी। रेलवे ने बयान जारी कर बताया कि तीन ट्रेनों की आपस में टक्कर नहीं हुई थी। सिग्नल में गड़बड़ी की वजह से हुआ था हादसा।
शुक्रवार शाम ओडिशा में हुए इस हादसे में 288 लोगों की जान चली गई और एक हजार से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। इस हादसे के मदद लोग मदद के लिए बढ़-चढ़कर सामने आ रहे हैं।
ओडिशा के बालासोर में हुई ट्रेन दुर्घटना को लेकर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि हादसे की वजह पता चल गई है। इसके साथ ही उन्होंने बुधवार तक हालात सामान्य होने की बात भी कही है।
ओडिशा के बालासोर में हुए रेल हादसे के पीड़ितों के लिए भारतीय जीवन बीमा निगम, एलआईसी ने बड़ा ऐलान किया है। निगम ने कई नियमों में छूट दी है और साथ ही जानकारी के लिए कॉल सेंटर नंबर (022-68276827) भी जारी किया है।
ओडिशा के बालासोर जिले के बहनागा बाजार स्टेशन पर हुए हादसे में अब तक 288 लोगों की जान जा चुकी है। वहीं इस हादसे में लगभग 1000 लोग घायल भी हुए हैं। इस हादसे से रेलवे ने बड़ा सबक लिया है।
ओडिशा में हुए ट्रेन हादसे पर पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने गहरा दुख जताया और केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि रेलवे को तो चौपट कर दिया है इस सरकार ने।
बालासोर के अस्पतालों में डॉक्टर घायल लोगों की जान बचाने के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं। इस हादसे में अब तक 288 लोगों के जान गंवाने की पुष्टि हो चुकी है और 900 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं।
ओडिशा के बालासोर में हुए हादसे का असर बाकी ट्रेनों पर भी पड़ा है। कई ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है और कई को डायवर्ट किया गया है।
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