प्रयागराज में अजीबोगरीब घटना घटी। शादी से लौटकर घर आए पति ने पत्नी की साड़ी के फंदे से झूलकर जान दे दी। उसके बाद पत्नी ने भी उसी फंदे से झूलकर सुसाइड कर लिया।
अतीक अहमद पर आरोप है कि जेल में रहकर उसने उमेश पाल की हत्या कराई और जेल से व्हाट्सएप्प कॉल से शूटआउट का पूरा प्लान तैयार किया।अब उमेश की पत्नी का कहना है कि अतीक कई बार फोन करके उनके पति उमेश को धमकी दे चुका था।
अतीक के दोनों बेटों को खुल्दाबाद स्थित बाल संरक्षण गृह में भेजा गया है। जानकारी के मुताबिक चकिया इलाके में टहलते हुए पुलिस टीम को दोनों बेटे मिले थे।
इस वारदात में उमेश पाल और उनके दोनों गनर की मौत हो गई है। मामले में माफिया अतीक अहमद, अतीक का भाई अशरफ, अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन, अतीक का बेटा असद, अतीक के गुर्गे गुड्डू मुस्लिम और गुलाम नामजद है। यूपी एसटीएफ और पुलिस की 15 टीमें अपराधियो की तलाश में जुटी हुई है।
इस मामले पर प्रयागराज पुलिस का कहना था कि अतीक अहमद के बेटे एजम और अबान उनकी कस्टडी में नहीं है। पुलिस ने कोर्ट में दाखिल रिपोर्ट में स्पष्ट बताया है कि अतीक अहमद के बेटों के मद्देनजर कोई भी विवरण उनके पास उपलब्ध नहीं है। पुलिस का कहना है कि उन्होंने अतीक अहमद के बेटों को घर से नहीं उठाया है।
जस्टिस दिनेश कुमार ने अली अहमद की जमानत याचिका को खारिज कर दिया है। कोर्ट ने इस बाबत कहा कि उमेश पाल हत्याकांड में अली का नाम सामने आया है। कोर्ट ने कहा कि वह माफिया बनने की राह पर अग्रसर है।
मशूक उद्दीन के संबंध माफिया डॉन अतीक अहमद से है। आरोप है कि हाल में उमेश हत्याकांड में भी मशूक उद्दीन के बेटे शामिल थे लिहाजा उसके बंगले पर बुलडोजर चलवाया गया है। मशूक उद्दीन को अतीक अहमद का फाइनेंसर बताया जा रहा है।
उमेश पाल हत्याकांड: इसके मुताबिक ऐजान अहमद और अबान अहमद (अतीक के दो बेटे) के नाम वाला कोई भी व्यक्ति पुलिस हिरासत में नहीं है। न तो ऐसे नाम वाले व्यक्ति पुलिस की सामान्य डायरी (जीडी) में दर्ज हैं और न ही उन्हें पुलिस हिरासत में रखा गया है।
PDA के सचिव अजित सिंह ने बताया था कि ध्वस्तीकरण की कार्रवाई के लिए पीडीए का बुलडोजर बुधवार की सुबह जफर अहमद के मकान पर पहुंचा और ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू की थी।
कोर्ट ने गैंगस्टर अतीक अहमद और उसके छोटे भाई एवं पूर्व विधायक खालिद अजीम उर्फ अशरफ की याचिका को खारिज कर उसे बड़ा झटका दे दिया।
प्रयागराज शूट आउट के दौरान घायल राघवेंद्र को ग्रीन कॉरिडोर बनाकर प्रयागराज से एसजीपीजीआई शिफ्ट किया गया था। यहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
राजू पाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल पर हुए हमले में जख्मी दूसरे सिपाही राघवेंद्र की भी इलाज के दौरान मौत हो गई। राघवेंद्र का इलाज पीजीआई अस्पताल में चल रहा था।
बाहुबली अतीक अहमद को इन दिनों फर्जी एनकाउंटर का डर सता रहा है। अतीक की सुरक्षा का मामला अब सुप्रीम कोर्ट पहुचं गया है। अतीक अहमद के वकील हनीफ खान ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है।
पूर्व विधायक राजू पाल के गवाह उमेश पाल की हत्या के आरोप में अतीक अहमद और उसके बेटों समेत कई लोगों पर FIR हुई है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, वारदात को अंजाम देने के लिए बरेली की जेल में अशरफ के साथ मीटिंग और प्लानिंग हुई और शूटर्स के नाम फाइनल किए गए।
अर्जी में कहा गया है कि पुलिस उनके बेटे एजम और अबान को घर से उठाकर ले गई है। उसके बाद से न तो उनकी गिरफ्तारी दिखाई गई है और न ही उन्हें छोड़ा गया है। इस बाबत प्रयागराज पुलिस द्वारा भी कोई जानकारी नहीं दी जा रही है। अर्जी में शाइस्ता परवीन ने कोर्ट से अपील की थी कि वे इस मामले में दखल दे।
मंत्री ने कहा कि राज्य में किसी भी प्रकार से अपराध और अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रयागराज में क्या हुआ आपने देखा। सभी अपराधी डरे हुए हैं। विपक्ष के आरोपों पर मंत्री ने कहा कि विपक्ष का काम ही आरोप लगाना है। राज्य में हर तरह के अपराधों में कमी देखने को मिल रही है।
LLB के छात्र सदाकत खान ने पुलिस के देखकर भागने की कोशिश की थी, लेकिन इस दौरान डिवाइडर से टकराकर घायल हो गया।
सोमवार की दोपहर अरबाज के साथ पुलिस की मुठभेड़ प्रयागराज के धूमनगंज इलाके में हुई। जानकारी के मुताबिक उमेश पाल की हत्या के बाद यह बदमाश नेहरू पार्क इलाके में छिपा था। वहीं उमेश पाल हत्याकांड के दौरान अरबाज ही गाड़ी चला रहा था जिसका चेहरा सीसीटीवी फुटेज में रिकॉर्ड हुआ था।
उमेश पाल हत्याकांड मामले में इस्तेमाल किए गए क्रेटा कार को पुलिस ने जब्त कर लिया है। पुलिस ने जेल में बंद माफिया डॉन अतीक अहमद के आवास के पास यह लावारिस क्रेटा कार मिली। बिना नंबर प्लेट वाली इसी कार का इस्तेमाल उमेश पाल हत्याकांड के वक्त किया गया था।
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